देश भर में लोग कोरोना की दूसरी लहर में हर मरीज सांसों के लिए लड़ रहा है. हर राज्य में अस्पताल दर अस्पताल लोग ऑक्सीजन के लिए भटक रहे हैं. ऐसे में भारतीय रेलवे ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाकर एक महा अभियान शुरू किया. जिसमें ऑक्सीजन टैंकरों को अलग अलग राज्यों में भेजा जा रहा है. वहीं ऑक्सीजन और इलाज की व्यवस्था को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय भी काफी एक्टिव है. इसी के चलते शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के लव अग्रवाल ने ऑक्सीजन और आगे उठाए जाने वाले कदम पर चर्चा की.
लव अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि 23 राज्यों को 8 हजार 593 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित की गयी है. उन्होंने बताया कि बीते साल हमने एक लाख सिलेंडर की खरीद की थी. वहीं 162 PSA प्लांट को मंजूरी भी दी गयी है. लव अग्रवाल ने बताया कि DRDO के तहत 500 अतिरिक्त PSA प्लांट को मंजूरी दी गयी है. वहीं 21 अप्रैल को सवा लाख से ज्यादा सिलेंडर की खरीद के लिए ऑर्डर दे दिया गया है.
इस कॉन्फ्रेंस में लव अग्रवाल ने बताया कि ऑक्सीजन के आयात को भी तय कर दिया गया है. जिसमें 200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सिंगापुर और 1800 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के लिए अबु धाबी में ऑर्डर प्लेस किया गया है. उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 50% नाइट्रोजन और आर्गन टैंकरों को ऑक्सीजन सप्लाई के लिए परिवर्तित किया जा रहा है. इसके अलावा हमने औद्योगिक ऑक्सीजन को निषिद्ध कर दिया है, इससे चिकित्सा ग्रेड के लिए 1000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मदद मिल सकेगी.
मिलन शर्मा / मौसमी सिंह