विजेंद्र गुप्ता को दिल्ली विधानसभा में भाजपा दल का नेता बनाया जाने के बाद नेता प्रतिपक्ष चुन लिया गया है. विधानसभा में भाजपा दल के नेता का पद रामवीर सिंह बिधूड़ी के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद से खाली था.
70 सदस्यों वाली दिल्ली विधानसभा में बीजेपी के आठ विधायक थे, लेकिन रामवीर सिंह बिधूड़ी के सांसद बन जाने के बाद अब भाजपा के सात विधायक रह गए हैं. रामवीर सिंह के लोकसभा चले जाने के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली पड़ा था.
ऐसे हुआ चुनाव
दिल्ली भाजपा विधानमंडल दल की बैठक पार्टी कार्यालय में पार्टी की सह-प्रभारी डॉ. अलका गुर्जर, प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और संगठन महासचिव पवन राणा की उपस्थिति में सभी 7 पार्टी विधायकों के साथ हुई. इस बैठक में विधायक अजय महावर ने पार्टी के नेता के रूप में विजेंद्र गुप्ता का नाम प्रस्तावित किया था. इसके बाद सर्व समिति से विजेंद्र गुप्ता को पार्टी का नेता चुन लिया गया. इसके बाद दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने घोषणा की कि विजेंद्र गुप्ता अब दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता होंगे.
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू
अगले साल दिल्ली विधानसभा का चुनाव है लिहाजा भाजपा किसी तरह का चांस नहीं लेना चाहती. संगठन और राजनीति में मजबूती देने के लिए उन्होंने (विजेंद्र गुप्ता)को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है. विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार के कथित डीटीसी बस घोटाले की शिकायत की थी और अलग-अलग मोर्चों पर दिल्ली यूनिट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं.
राम किंकर सिंह