रिटेल सेक्टर पर 'बंपर डिस्काउंट' की चोट, त्योहारी सीज़न में ई-कॉमर्स कंपनियों ने जमाया कब्जा

राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि नवरात्रि शुरू होते ही बड़ी ई कॉमर्स कंपनियों का हेवी डिस्काउंट यूपी, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, बिहार चंडीगढ़ और महाराष्ट्र के छोटे-मंझोले व्यापारियों के खुदरा व्यापार को ज़मींदोज करने पर तुला है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

राम किंकर सिंह / सुशांत मेहरा

  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 6:51 PM IST
  • रिटेल सेक्टर पर डिस्काउंट की चोट
  • ई-कॉमर्स कंपनियों के बिजनेस में उछाल
  • असंगठित क्षेत्र के व्यापारियों ने जताई चिंता

देश का रिटेल सेक्टर असंगठित भले हो लेकिन 43 करोड़ लोगों को रोजगार देने का काम करते हैं. कोरोना काल में रिटेल सेक्टर पर भारी मार पड़ी. अब रिटेल सेक्टर संभलने की कोशिश कर ही रहा था कि ई-कॉमर्स कंपनियों की ओर से दिए जाने वाले बंपर डिस्काउंट ने इनके लिए भारी समस्या पैदा कर दी है. अब इनके पास ग्राहक आने के लिए तैयार ही नहीं है. 

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ई कॉमर्स का रिटेल सेगमेंट में ग्रोथ खुदरा व्यापार का लिए एक बड़ी समस्या बन गया है. आंकड़ों के मुताबिक 2016 में 5 करोड़ लोग ई कॉमर्स से शॉपिंग करते थे, ये आंकड़ा 2020 में बढ़कर 32 करोड़ हो गया. 

राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि नवरात्रि शुरू होते ही बड़ी ई कॉमर्स कंपनियों का हेवी डिस्काउंट यूपी, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, बिहार चंडीगढ़ और महाराष्ट्र के छोटे-मंझोले व्यापारियों के खुदरा व्यापार को ज़मींदोज करने पर तुला है. भारी छूट की वजह से ग्राहक इन्ही कंपनियों से सामान खरीदना पसंद करते हैं.

भारत सरकार ने खुदरा व्यापार को भले ही MSME में रजिस्टर किया हो लेकिन त्योहारों में फ्लैश सेल को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. इसके खिलाफ देश भर के व्यापारियों ने शिखर सम्मेलन किया.
 
आंकड़ा कहता है ई- कामर्स कंपनियों को सबसे अधिक ग्रोथ 68 प्रतिशत भारत में ही मिली है. जबकि यूएस में 12 %, चीन में 23 % ग्रोथ मिली है. आंकड़ों के अनुसार फ्लिपकार्ट 45 %, स्नैपडील 26 %, अमेजॉन 12%, पेटीएम 7% विकास हासिल कर रही है. जबकि इन कंपनियों का कुल ग्रोथ 30 % है. 

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व्यापार संगठन के मुख्य संयोजक मुदित अग्रवाल का कहना है कि फ्लैश सेल एक अनुचित व्यापारिक प्रक्रिया है.  बड़ी ई कॉमर्स कंपनियों के पास ज्यादा पैसा है लिहाज़ा वो खुदरा व्यापार को नुकसान पहुंचाने के लिए हेवी डिस्काउंट दे रहे हैं.  इसलिए ग्राहक भी उन्ही की ओर आकर्षित हो रहे हैं. 


फेस्टिव सीजन में भीड़, कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं

देश के छोटे व्यापारियों को जहां अपने बिजनेस की चिंता सता रही है, वहीं फेस्टिव सीजन में कोरोना गाइडलाइंस को लेकर लोग बेफिक्र नजर आ रहे हैं. दिल्ली के मार्केट में खूब भीड़ चल रही है. नवरात्रि की वजह से मंदिर भरे हुए हैं. 

कालका जी मंदिर के अंदर हो या फिर बाहर सब जगह लोगों की भारी भीड़ है. वीकेंड होने के चलते रविवार में मंदिरों में काफी भीड़ देखी गई. मंदिर में भीड़ की वजह से सारे प्रशासनिक इंतजाम फेल नजर आए. कालका जी मंदिर के कई गेट बंद है और एक गेट को ही खोला गया है जिसके कारण भारी भीड़ देखने को मिल रही है.

मंदिर ही नहीं बाजार में भी लोग खूब उमड़ रहे हैं. दिल्ली के सरोजनी नगर मार्केट में इस कदर भीड़ है कि लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़कर जा रहे हैं.  ना चेहरे पर मास्क है ना दो गज की दूरी.

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सरोजनी नगर मार्केट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट अशोक रंधावा की माने तो फेस्टिवल सीजन की वजह से बाजार में भीड़ है और आने वाले दिनों में यह और भी बढ़ सकता है. अशोक रंधावा ने बताया कि सिविल डिफेंस और प्रशासन के लोग भी मार्केट से नदारद हैं यही वजह है कि लोगों में चालान का भी खौफ नहीं है. 

 

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