दिल्ली में पाबंदी के बावजूद पटाखा जलाने पर दिल्ली पुलिस का एक्शन, 97 के खिलाफ FIR

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के विश्लेषण के मुताबिक इस साल दिवाली के दिन राष्ट्रीय राजधानी में फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले पीएम2.5 और पीएम10 के स्तर में पिछले साल की दिवाली वाले दिन के मुकाबले क्रमश: 45 प्रतिशत और 33 प्रतिशत की वृद्धि हुई.

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दिल्ली में दिवाली पर पीएम2.5 का स्तर 45 प्रतिशत बढ़ा दिल्ली में दिवाली पर पीएम2.5 का स्तर 45 प्रतिशत बढ़ा

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 13 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 8:43 PM IST

दिल्ली में पाबंदी के बावजूद पटाखा जलाने पर दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया है. नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में 17 केस दर्ज किए गए. साउथ डिस्ट्रिक्ट में 2 केस दर्ज हुए, नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट में 8 केस दर्ज किए गए, ईस्ट दिल्ली में 29 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इसके अलावा शाहदरा जिले में 13 के खिलाफ मामला दर्ज हुआ किया गया और साउथ वेस्ट दिल्ली में 28 केस दर्ज किए गए हैं. 

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दिल्ली पुलिस पाबंदी की बावजूद पटाखे जलाने पर धारा 188 के तहत केस दर्ज करती है. दरअसल, भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 188 (Section 188) के अनुसार, अगर कोई शख्स लॉक डाउन या उसके दौरान सरकार के निर्देशों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत कानूनी कार्रवाई किए जाने का प्रावधान है.

दिल्ली में दिवाली पर पीएम2.5 का स्तर 45 प्रतिशत बढ़ा

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के विश्लेषण के मुताबिक इस साल दिवाली के दिन राष्ट्रीय राजधानी में फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले पीएम2.5 और पीएम10 के स्तर में पिछले साल की दिवाली वाले दिन के मुकाबले क्रमश: 45 प्रतिशत और 33 प्रतिशत की वृद्धि हुई.

प्रदूषण नियंत्रण निकाय ने कहा कि दिल्ली में लगभग सभी वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों ने पिछले वर्ष की तुलना में दिवाली के दिन प्रदूषण के स्तर में वृद्धि दर्ज की. DPCC की रिपोर्ट के अनुसार, दिवाली (रविवार) को दिल्ली की 24 घंटे का औसत पीएम10 स्तर 430 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जो पिछले साल 322 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक है जबकि 2021 में यह स्तर 748 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था.

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आंकड़ों के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में 24 घंटे का औसत पीएम2.5 जमाव 314 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जबकि पिछले साल यह 217 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और 2021 में 607 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था. DPCC के आंकड़ों के अनुसार अलीपुर, पटपड़गंज, नजफगढ़, कर्णी सिंह शूटिंग रेंज और ओखला को छोड़कर, सभी निगरानी केंद्रों(कुल 24) में 2022 की तुलना में 2023 में पीएम10 के स्तर में वृद्धि देखी गई.

आंकड़ों के मुताबिक अरबिंदो मार्ग, विवेक विहार और कर्णी सिंह शूटिंग रेंज को छोड़कर सभी निगरानी केंद्रों पर पीएम2.5 के स्तर में वृद्धि देखी गई. DPCC के मुताबिक, अमोनिया, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, ओजोन और बेंजीन सहित सभी गैसीय प्रदूषक निर्धारित मानकों की सीमा में दर्ज किए गए.

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