दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के लिए काफी अहम साबित होने वाला है, क्योंकि 18 सदस्यीय स्थायी समिति के एकमात्र रिक्त पद के लिए चुनाव हो रहा है. यह रिक्तता तब उत्पन्न हुई जब बीजेपी की पार्षद कमलजीत सहारावत ने पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के बाद इस्तीफा दे दिया था. इस चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका तब लगा कि पार्टी के तीन पार्षदों ने बीजेपी जॉइन कर लिया.
एक दिन में शामिल होने वाले पार्षदों की ये संख्या 5 के मुकाबले भले ही कम हो लेकिन इस वक्त बीजेपी की दिल्ली नगर निगम सदन में स्थिति बहुत ही मजबूत हो चुकी है. आम आदमी पार्टी की दिलशाद गार्डन कॉलोनी से पार्षद प्रीति ने तो आम आदमी पार्टी के दूसरे पार्षदों से अपील कर दी कि अन्ना आंदोलन के समय की पार्टी नहीं रही.
यह भी पढ़ें: नगर निगम पार्षद ने दी वर्दी उतरवाने की धमकी... थाने में आपा खोए ASI ने खुद फाड़कर फेंक डाली
प्रीति ने साथी पार्षदों पर राजनीतिक हरासमेंट का भी आरोप लगाया, चाहे वह चुनाव के दौरान हो या चुनाव के बाद या फिर दिल्ली नगर निगम सदन के अंदर. ग्रीन पार्क वार्ड 150 से पार्षद सरिता फोगाट ने भी बीजेपी ज्वाइन किया. मदनपुर खादर ईस्ट से आप के पार्षद प्रवीन कुमार ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया.
क्यों हो रहे चुनाव?
आपको बता दें कि 18 सदस्यों वाली स्थायी समिति के एक खाली पड़े पद को भरने के लिए 26 सितंबर यानी गुरुवार को चुनाव होगा, जो कि बीजेपी पार्षद कमलजीत सेहरावत के पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव जीत कर सांसद बनने के बाद इस्तीफा देने से खाली हुआ था.
ये है दिल्ली नगर निगम सदन में मौजूदा स्थिति
अब हालात यह है कि कांग्रेस के पार्षदों को छोड़ दें तो विपक्ष और सत्ता पक्ष टाई की स्थिति में आ गया है. मौजूदा वक्त में दिल्ली नगर निगम सदन में आम आदमी पार्टी के 124 पार्षद, 115 बीजेपी और 9 कांग्रेस के पार्षद हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा की बदली हुई परिस्थियों में कांग्रेस वोटिंग से दूर रहती है या फिर किसी के पक्ष में वोट करती है.
3 पार्षदों के शामिल होने से कल होने वाले चुनाव पर क्या असर पड़ेगा?
कल एक सीट के लिए होने वाले उपचुनाव 124 पार्षदों वाली आम आदमी पार्टी को पहले से ही बहुमत है लेकिन जिस तरह से तीन घंटे के अंदर तीन आप के पार्षदों को बीजेपी ने झटक लिया. ऐसे में क्रॉस वोटिंग की संभवना से इनकार नहीं किया जा सकता. अगर वोट कम हुआ तो आप पार्टी वोट कम होने के बाद अल्पमत में आ सकती है.
उपचुनाव 2 बूथों पर होगा मतदान
सदन के अंदर मतदान के लिए दो बूथ बनाए गए है. बैलेट पेपर भी छपवाने का कार्य पूरा कर लिया गया है. मतगणना के लिए भारत निर्वाचन आयोग से अधिकारियों को भी बुलाया गया है. गाइडलाइन में स्पष्ट किया गया है कि वह अपना पहचान पत्र लेकर आए.
यह भी पढ़ें: कोलकाता में डॉक्टर से वसूली के आरोप में दो लोग गिरफ्तार, TMC पार्षद के हैं करीबी
साथ ही मतदान के दौरान अपने साथ बूथ में मोबाइल फोन नहीं ले जा सकेंगे. उपचुनाव में भाजपा के जीतने पर स्थायी समिति में उसका बहुमत हो जाएगा और उसका अध्यक्ष चुना जाना तय होगा. जबकि आम आदमी पार्टी की जीत होने पर स्थायी समिति में उसकी स्थिति भाजपा के बराबर हो जाएगी और समिति के अध्यक्ष का फैसला ड्रॉ से होगा.
राम किंकर सिंह