MLA अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी के विरोध में बीजेपी मुख्यालय पर प्रदर्शन करेगी AAP

आप ने विधायक अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी के विरोध में शुक्रवार को बीजेपी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने की घोषणा की है. पार्टी ने कहा कि शुक्रवार दोपहर 12 बजे पार्टी कार्यकर्ता पुराने पार्टी ऑफिस के बाहर इकट्ठा होंगे और इसके बाद बीजेपी ऑफिस की ओर रुख करेंगे.

Advertisement
ED ने अमानतुल्लाह खान को किया गिरफ्तार. (फाइल फोटो) ED ने अमानतुल्लाह खान को किया गिरफ्तार. (फाइल फोटो)

पंकज जैन

  • नई दिल्ली,
  • 05 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 10:01 PM IST

आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को विधायक अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. पार्टी ने बताया कि ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए विधायक अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी के विरोध में शुक्रवार 6 सितंबर को पार्टी कार्यकर्ता बीजेपी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे. 

आप आदमी पार्टी ने बताया कि विधायक अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी के विरोध में पार्टी शुक्रवार को बीजेपी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करेगी. आप कार्यकर्ता कल दोपहर 12 बजे अपनी पार्टी के पुराने ऑफिस के बाहर इकट्ठा होंगे और फिर वहां से बीजेपी मुख्यालय की ओर बढ़ेंगे.

Advertisement

प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार 2 सितंबर को दिल्ली के कथित वक्फ घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में  आप विधायक के घर छापेमारी की थी. कई घंटों की छापेमारी के बाद जांच एजेंसी ने उन्होंने अपने साथ ले गई और फिर गिरफ्तार कर लिया.  उन पर दिल्ली वक्फ बोर्ड का चेयरमैन रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग करने और अपने करीबियों की नियुक्तियां करने का आरोप है.

क्या है दिल्ली वक्फ घोटाला

दिल्ली सरकार के राजस्व विभाग के एसडीएम (मुख्यालय) ने नवंबर 2016 में वक्फ बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष अमानतुल्लाह खान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत में आरोप लगाया गया था कि अमानतुल्लाह खान ने वक्फ बोर्ड के कई स्वीकृत और गैर-स्वीकृत पदों पर मनमाने और अवैध तरीके से नियुक्तियां कीं. अमानतुल्लाह पर कुल 32 लोगों को अवैध रूप से भर्ती करने का आरोप है.

Advertisement

CBI की जांच में खुलासा

सीबीआई ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि अमानतुल्लाह खान ने महबूब आलम के साथ मिलकर अपने पद का दुरुपयोग किया और जानबूझकर नियमों की अनदेखी कर भर्ती प्रक्रियाओं में हेरफेर कर मनमाने ढंग से अपने करीबियों की नियुक्ती की. इससे सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा.

सीबीआई को जांच में ये भी पता चला कि अगर भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष की जाती तो योग्य लोगों को रोजगार मिल सकता था. इसके बाद सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज किया. सीबीआई के बाद इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए ईडी ने भी केस दर्ज कर लिया.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement