4400 सीट्स पर 92 हजार स्टूडेंट्स के आवेदन, जानें दिल्ली के इस सरकारी स्कूल की खासियत

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक और बी आर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस लॉन्च कर दिया है. राजधानी में अब इन स्कूलों की संख्या 37 हो गई है. इन स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए लगभग 4400 सीटों पर प्रवेश पाने के लिए 92 हजार छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया हैं.

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पंकज जैन

  • नई दिल्ली,
  • 19 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 6:22 PM IST

सीएम अरविंद केजरीवाल ने 19 मार्च यानी रविवार को रोहिणी सेक्टर 18 में एक और बी आर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस लॉन्च किया. इसके साथ ही दिल्ली में अब एक्सीलेंस स्कूलों की संख्या 37 हो गई है. इस दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा कि रोहिणी का यह स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस स्कूल देश के बेहतरीन स्कूलों में से एक है. इसमें उपलब्ध सुविधाएं इंफ्रास्ट्रक्चर डीपीएस, गोयनका जैसे नामी प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर है.
 
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह बहुत ही शानदार और आलीशान स्कूल है. इसे पूरे देश में सबसे सर्वश्रेष्ठ स्कूल कहा जा सकता है. अगर इस स्कूल की सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर की बात की जाए तो शायद यह स्कूल देश और दिल्ली के कई नामी गिरामी प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर है. एक जमाना था, जब गरीबों के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते थे तो उन्हें थोड़ी हीन भावना महसूस होती थी. मगर अब यही सरकारी स्कूल के बच्चे अपने इलाके में कॉलर ऊपर करके गर्व के साथ बोल सकते हैं कि हम इस सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं.

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4400 सीटों पर आए इतने आवेदन

स्कूल ऑफ स्पेशलाइज एक्सीलेंस (एसओएसई) स्कूलों में बच्चों को स्पेशल सब्जेक्ट्स के अंदर 9वीं कक्षा से ही तैयार करना शुरू कर दिया जाता है. बच्चे साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग व मैथमेटिक्स (स्टेम) की पढ़ाई के साथ 21वीं सदी की स्किल्स की विशेषज्ञता हासिल करेंगे. अभी तक दिल्ली में ऐसे 37 स्पेशलाइज्ड स्कूल बनाए गए हैं. इन स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए लगभग 4400 सीटों पर प्रवेश पाने के लिए 92 हजार छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया हैं.

अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि इतनी लंबी लाइन तो कई नामी-गिरामी प्राइवेट स्कूलों के लिए भी नहीं लगती है, जितनी दिल्ली सरकार के स्पेशलाइज सरकारी स्कूलों में प्रवेश के लिए लग रही है. इतने सारे आवेदन आने पर अगर किसी बच्चे को इस स्कूल में दाखिला मिल जाता है, तो उसका भाग्य बहुत अच्छा है कि उस बच्चे को आखिर इस स्कूल में दाखिला मिल गया.

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सभी सुविधाओं से लैस है स्कूल भवन 

लोक निर्माण विभाग ने पक्के स्कूल भवन के निर्माण का कार्य दिसंबर 2020 में शुरू हुआ और दिसंबर 2022 में बनकर तैयार हुआ. रोहिणी सेक्टर-18 में बना स्कूल आंतरिक जल आपूर्ति, स्वच्छता प्रतिष्ठानों, आंतरिक विद्युत स्थापना, एसटीपी, फर्नीचर, आरडब्ल्यूएचएस आदि आधुनिक सुविधाओं से लैस है. 

स्कूल में बने हैं 50 क्लास रूम : 

यह स्कूल करीब 8631 वर्ग मीटर में फैला है और पूरी बिल्डिंग में 127 रूम हैं. जिसमे -
- 50 क्लास रूम
- 10 लैब्स
- 2 लाइब्रेरी
- एक मल्टी परपज हॉल
- 15 अधिकारी और स्टाफ रूम
- 30 शौचालय 
- 6 सीढ़ी 
- 1 लिफ्ट

इस साल स्कूल में स्टूडेंट्स ले सकेंगे दाखिला 

स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस में साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग व मैथेमेटिक्स (स्टेम) और 21वीं सदी की स्किल्स की विशेषज्ञता दी जाती है. रोहिणी सेक्टर-18 में नव निर्मित स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस में इस वर्ष स्टेम और 21वीं सदी की स्किल्स की विशेषज्ञता हासिल करने के लिए 400 छात्र-छात्राएं कक्षा 9 में प्रवेश लेंगे. जब यह स्कूल पूरी तरह से तैयार हो जाएगा तब इसमें एक हजार छात्र - छात्राएं दाखिला ले सकेंगी.

दिल्ली में जल्द ही हो जाएंगे 46 एक्सीलेंस स्कूल 

दिल्ली सरकार की योजना 2023-24 में 37 भवनों में 46 डॉ बी आर अम्बेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस (एसओएसई) बनाना है. जहां करीब 10 हजार छात्र दाखिला ले सकेंगे. शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए एसओएसई में लगभग 4400 सीटों के लिए दिल्ली सरकार को 92 हजार छात्र-छात्राओं के आवेदन प्राप्त हुए हैं. प्रवेश के पहले दौर के प्रवेश परिणाम अगले सप्ताह तक घोषित किए जाएंगे. डॉ बी आर अम्बेडकर की जयंती 14 अप्रैल 2023 से प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी.

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