पिता से छुपकर खोला 17 लाख की लागत वाला बस कैफे, पटना की इस लड़की की सफलता की कहानी

पटना में मिथिला की एक लड़की ने बस वाला कैफे खोला है. उसने कैफे खोलने के लिए 17 लाख रुपये खर्च किए. बस की कीमत करीब आठ लाख रुपये है. कैफे में बैठने के लिए आरामदायक गद्दे और प्रोजेक्टर भी लगवाए है. ताकी लोग आराम से स्वादिष्ट व्यंजन का लुफ्त उठा सके.

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बस वाला कैपे बस वाला कैपे

अनिकेत कुमार

  • पटना,
  • 27 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 8:29 AM IST

बिहार की राजधानी पटना में लड़की ने बस वाला कैफे खोला है. उसने बस के ऊपर बैठने की व्यवस्था भी करवाई है. अब यह खास कैफे शहरभर में चर्चा का विषय बन चुका है. बस कैफे खोलने वाली लड़की का नाम रक्षा झा है. पटना के कुर्जी मोड़ पर 15 दिन पहले ही इस बस कैफे की शुरुआत हुई है. खास बात यह है कि कैफे की थीम हिमाचली गांव और बोन फायर की तर्ज पर रखी गई है. जिस बस में कैफे खोला गया है उसकी कीमत आठ लाख रुपये है.

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दरअसल, अररिया की रहने वाली रक्षा झा ने बताया कि उसके पिता कैफे खोलने के लिए तैयार नहीं थे. पापा कहते थे कि मैं बिजनेस में दिमाग न लगाऊं. मगर, मेरी इच्छा कैफे खोलने की थी. इस कारण मैंने पिता से छुपकर अपनी मां और मामा की मदद से इस कैफे को खोला है. इसके लिए मैंने 17 लाख रुपए का  का इन्वेस्टमेंट किया है. 

बस के ऊपर गद्दे और प्रोजेक्टर

रक्षा के खोले गए इस बस कैफे में बस के ऊपर बैठने की व्यवस्था की गई है. यहां आने वाले कस्टमर के लिए आरामदायक गद्दे लगवाए गए हैं. साथ ही प्रोजेक्टर भी लगवाया गया है. 

कैफे का नाम एम डब्लू विस्ट्रो 

कैफे का नाम एम डब्लू विस्ट्रो है. इस नाम के दो मतलब है. पहला मिथिला वूमेन विस्ट्रो और दूसरा महफिल औन व्हील्स हैं. रक्षा ने कहा कि उनके लिए टेस्ट बहुत महत्तव रखता है. इस कारण वह इस बात का बहुत ध्यान रखते है.

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पिता हुए बहुत खुश

रक्षा कहती हैं कि ग्रेजुएशन करने के बाद मुझे पर शादी का बहुत प्रेशर था. मगर, मैं अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती थी. मैंने पिताजी से छुपकर लाखों का निवेश करके इस कैफे का काम शुरू किया था. मगर, अब मेरी इस काम को देखकर पिता बहुत खुश हैं. वो मेरी मदद भी करते हैं. 

 


 

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