Mental Health: बात-बात पर गुस्सा, उदासी या रो देना...मर्दों में होते हैं डिप्रेशन के ये 10 खास लक्षण

हमारे समाज में पुरुषों की मेंटल हेल्थ पर इतनी चर्चा नहीं होती, जितनी महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर होती है. लेकिन आपका ये जानना जरूरी है कि पूरी दुनिया में लाखों लोग अवसाद ग्रस्त हैं और डिप्रेशन लिंग के आधार पर नहीं होता. आज हम आपको बताएंगे कि पुरुषों में डिप्रेशन के लक्षणों की कैसे पहचान करें.

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Mental Health Problems (Image: Freepik) Mental Health Problems (Image: Freepik)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 18 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 1:14 PM IST

एक पुरानी कहावत है कि मर्द को दर्द नहीं होता. हालांकि ये सच नहीं है क्योंकि महिलाओं की तरह पुरुष भी तरह-तरह की परेशानियों का सामना करते हैं और वो भी डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं, लेकिन वो इस मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारी को अक्सर छिपा लेते हैं. हमारे समाज में पुरुषों की मेंटल हेल्थ पर इतनी चर्चा नहीं होती, जितनी महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर होती है.

लेकिन आपका ये जानना जरूरी है कि पूरी दुनिया में लाखों लोग अवसाद ग्रस्त हैं और डिप्रेशन लिंग के आधार पर नहीं होता. ये मेंटल हेल्थ प्रोब्लम पुरुष और महिला दोनों को सामान्य रूप से प्रभावित करती है, लेकिन महिलाओं में डिप्रेशन के लक्षण पुरुषों की तुलना में थोड़े अलग होते हैं.

पुरुषों में डिप्रेशन के लक्षण
1. अगर कोई पुरुष डिप्रेशन से पीड़ित है तो वो लोगों से दूरी बना लेता है और सोशल एक्टिविटीज में भी भाग नहीं लेता. ऐसा व्यक्ति ज्यादातर समय अकेले बिताता है, क्योंकि उसके अंदर शर्म और कमजोरी के भाव आ जाते हैं. पुरुष इस स्थिति में रोने भी लगते हैं.

2. डिप्रेशन का शिकार आदमी काफी चिड़चिड़ा, उदास और गुस्सैल स्वभाव का हो जाता है क्योंकि वो अंदर से इतना दुखी रहता है कि उसकी भावनाएं गुस्से के रूप में बाहर निकलती हैं. 

3. डिप्रेशन से जूझने वाला पुरुष जरूरत से ज्यादा काम करने लगता है, नशीले पदार्थों का सेवन करने लगता है और लापरवाह हो जाता है. ऐसा वो इसलिए करता है, ताकि उसे रिएलिटी का सामना ना करना पड़े. 

4. पुरुषों में डिप्रेशन के कारण कई शारीरिक समस्याएं भी होती हैं. जैसे सिरदर्द, पेट दर्द, पीठ दर्द और पाचन की समस्या. इन लक्षणों को नजरअंदाज करने पर स्थिति ज्यादा खराब हो सकती है. 

5. डिप्रेशन के कारण पुरुष भावनात्मक रूप से कमजोर पड़ जाता है. ऐसे में वो लाइफ की रिएलिटी से भागने के लिए जुआं खेलना, गलत तरीके से ड्राइविंग करना, अनसेफ सेक्शुअल प्रेक्टिस करना और अपने स्वास्थ्य का ध्यान ना रखना जैसे काम करने लगता है. 

6. अवसाद ग्रस्त पुरुष का स्लीप पैटर्न भी प्रभावित होता है. ऐसे व्यक्ति को जरूरत से ज्यादा नींद आती है या फिर बिल्कुल भी नींद नहीं आती. 

7. डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति को पहले जिन कामों से खुशी मिलती थी, उनसे उसका मन हट जाता है. वहीं ऐसा आदमी अपने जीवन में खालीपन और अकेलापन महसूस करने लगता है. 

8. डिप्रेशन से जूझ रहे पुरुषों को कोई भी डिसीजन लेने में परेशानी होती है. ऐसा व्यक्ति किसी भी काम को ध्यान से नहीं कर पाता और वो खुद की काबीलियत पर ही शक करने लगता है.

9. अगर पुरुषों में डिप्रेशन की स्थिति भयावह हो जाए तो उनके मन में आत्महत्या के विचार आने लगते हैं और कई बार वे सुसाइड करने की कोशिश भी करते हैं. 

10. अक्सर ये देखा जाता है कि पुरुष अपनी भावनाओं को लोगों के सामने नहीं दर्शाते, जो बेहद गलत है. क्योंकि हमारे समाज में सबकी यही सोच होती है कि पुरुष मानसिक रूप से मजबूत होते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. यही कारण है कि अपनी फीलिंग्स शेयर ना करने की वजह से पुरुषों में डिप्रेशन बढ़ने लगता है.

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