अंडे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स प्रदान करते हैं. सर्दी के मौसम में प्राय: अंडे की खपत बढ़ जाती है क्योंकि ये शरीर को गर्मी भी देते हैं. हालांकि देसी अंडों की कमी के कारण लोग ब्रॉयलर अंडों का सेवन अधिक कर रहे हैं. हाल ही में मुरादाबाद से एक मामला सामने आया है जिसमें कारखाने में लोग नकली अंडों से देसी अंडे तैयार कर रहे थे. खाद्य सुरक्षा विभाग ने गोदाम से कुल 80 हजार से अधिक अंडे बरामद किए हैं जिनमें 45,360 रंगीन अंडे और 35,640 सफेद अंडे थे जिन्हें आर्टिफिशियल कलर से रंगकर देसी अंडा बनाया जाना था. अंडों को चाय पत्ती के घोल और सिदनूर केमिकल में डिबोकर देसी अंडों के रूप में रंगा जा रहा था.
अब इतने सारे अंडे पकड़ाने के बाद लोगों के मन में सवाल पैदा हो गया है कि असली देसी अंडे और नकली देसी अंडे में अंतर कैसे करें? तो आज हम आपको असली देसी अंडे पहचानने के तरीके बताते हैं.
अंडे का रंग और ऊपरी सतह
असली देसी अंडे का रंग हल्का भूरा या सफेद होता है और उसकी सतह चमकदार और मुलायम होती है. वहीं यदि जब अंडा नकली होता है तो उसकी सतह कभी-कभी बहुत अधिक चिकनी या प्लास्टिक जैसी दिख सकती है. नकली अंडे के रंग में असामान्यता या रंग का ज्यादा चमकना भी एक संकेत हो सकता है कि वो नकली है.
अंडे का वजन और मजबूती
असली अंडा हाथ में लेने पर थोड़ा भारी महसूस होता है जबकि नकली अंडा हल्का हो सकता है. हालांकि असली देसी अंडा कमजोर होता है लेकिन नकली अंडा प्लास्टिक जैसा सख्त हो सकता है.
पानी में तैराकर देखें
असली देसी अंडे को ठंडे पानी में डालने पर वह पानी के बर्तन की तली में बैठ जाएगा लेकिन खराब या नकली अंडे पानी में तैर सकते हैं.
टेस्ट और महक
असली देसी अंडे का कच्चा और पकाया हुआ अंडा नेचुरल गंध देता है लेकिन यदि नकली अंडों की महक में कैमिकल की गंध आ सकती है.
असली अंडे का सफेद भाग क्लियर और चिकना होता है जबकि नकली अंडे का सफेद भाग गाढ़ा, चिपचिपा या असमान हो सकता है.
ये तरीके आपके घर पर आसानी से आजमाए जा सकते हैं और असली तथा नकली देसी अंडे के बीच फर्क बताने में मदद करते हैं. लेकिन हमेशा विश्वास वाले लोगों से ही अंडे खरीदें.
आजतक हेल्थ डेस्क