ऐसे कई लोग होते हैं, जिन्हें आवाज से परेशानी होती है और किसी अनचाहे साउंड को सुनकर उन्हें गुस्सा आने लगता है. दरअसल, यह एक मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या है, जिसे मिसोफोनिया कहते हैं. मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक, जब कुछ ध्वनियों के कारण आपकी भावनाएं भड़क उठती हैं, तो उस स्थिति को मिसोफोनिया कहा जाता है. मिसोफोनिया वाले लोग सामान्य ध्वनियों से भावनात्मक रूप से प्रभावित होते हैं. आमतौर पर जो ध्वनियां दूसरों द्वारा उत्पन्न की जाती हैं या वे ध्वनियां जिन पर अन्य लोग ध्यान नहीं देते हैं.
मिसोफोनिया से पीड़ित व्यक्ति को आवाजों से गुस्सा, झुंझलाहट और घबराहट होने लगती है. मिसोफोनिया इंसान की मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचाता है. इस स्थिति से पीड़ित लोग इन ट्रिगर ध्वनियों से बचने की कोशिश करते हैं. वहीं, आवाजों के कारण उन्हें एंग्जाइटी भी होने लगती है, जिसकी वजह से उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है.
मिसोफोनिया से ऐसे मिलेगी राहत
1. रोजाना योग व एक्सरसाइज करें, क्योंकि व्यायाम शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी दुरुस्त रखता है.
2. पर्याप्त नींद लें. सात से आठ घंटे की नींद बहुत जरूरी है और यह अच्छी नींद होनी चाहिए. कैमोमाइल चाय पीने, संगीत सुनने या कुछ और जो नींद लाने में मदद कर सकते हैं, जैसी तकनीकों का उपयोग करें.
3. अगर आप तनावग्रस्त हैं तब न तो आपको बाहर काम करने का मन करेगा और न ही आप शांति से सो पाएंगे. इसलिए खुद को शांत रखना बहुत जरूरी है. स्ट्रेस को मैनेज करना सीखें.
4. मेडिटेशन करने से मानसिक शांति मिलती है. इसलिए रोजाना 20 मिनट मेडिटेशन जरूर करें, क्योंकि मन शांत रहेगा तो आपको मेंटल हेल्थ प्रोब्लम्स बिल्कुल भी नहीं सताएंगी.
5. डॉक्टर्स के मुताबिक, मिसोफोनिया के उपचार के लिए आप एक ऐसे उपकरण का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो आपके कान में एक झरने के समान ध्वनि बनाता है. शोर आपको ट्रिगर से विचलित करता है और प्रतिक्रियाओं या रिएक्शन को कम करता है. साउंड ट्यून करने के लिए आप ईयर प्लग और हैडसेट भी पहन सकते हैं.
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