कई लोगों को नींद में भयानक सपने आते हैं, जिसकी वजह से वे ठीक से नहीं सो पाते. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बुरे सपनों का नींद पर नकारात्मक असर पड़ता है, जिसकी वजह से व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है. आज हम आपको बताएंगे कि बुरे सपने आपकी मेंटल हेल्थ को कैसे प्रभावित करते हैं और इस समस्या से कैसे बचा जा सकता है.
मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक, इंसान को बुरे सपने तनाव, चिंता, आघात, जीवन में बड़े बदलाव, अवसाद और अनसुलझे भावनात्मक मुद्दों की वजह से आते हैं. दरअसल, कुछ ऐसी बातें होती हैं, जो इंसान का चैन छीन लेती हैं और यही चीजें व्यक्ति की नींद में भी खलल पैदा करती हैं.
बुरे सपनों से ऐसे पाएं छुटकारा
1. एक्सपर्ट्स के अनुसार, सोने से पहले तनाव को कम करने के लिए मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज, मसल्स रिलेक्सेशन का अभ्यास करें. इससे आपका दिमाग रिलेक्स होगा और आपको बुरे सपने नहीं आएंगे.
2. अपना एक स्लीप शेड्यूल बनाएं. हर दिन समय पर सोएं और समय पर ही जागें. इसके अलावा सोने से पहले कैफिन युक्त पदार्थों का सेवन ना करें और सोने से तुरंत पहले स्क्रीन भी ना देखें. हेल्दी स्लीप के लिए कमरे में अंधेरा और शांत वातावरण होना चाहिए.
3. अगर बुरे सपने आपको बहुत परेशान कर रहे हैं तो इसके लिए एक्सपोजर थेरेपी भी ले सकते हैं. जैसे कि आई मूवमेंट डिसेन्सिटाइजेशन एंड रीप्रोसेसिंग (EMDR) ये एक ऐसी थेरेपी है, जो दर्दनाक अनुभवों को भुलाने में आपकी मदद कर सकती है. इसके अलावा बुरे सपनों से निजात पाने के लिए कॉग्निटिव बिहेविरल थेरेपी भी काफी लाभदायक है.
4. स्लीप डिसऑर्डर से निजात पाने के लिए किसी अच्छे मनोचिकित्सक से संपर्क करें, क्योंकि नींद से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज करना आपकी मेंटल हेल्थ के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
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