फैक्ट चेक: भीड़ से जान बचा कर भागती बंगाल पुलिस का ये वीडियो पांच साल पुराना है

सोशल मीडिया पर एक हैरान कर देने वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे भीड़ पुलिसकर्मियों पर हमला कर रही है. दावा किया जा रहा है ये वीडियो पश्चिम बंगाल का है और हाल फिलहाल का है. आजतक की फैक्ट चेक टीम ने इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावों की सच्चाई का पता लगाया है.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
पश्चिम बंगाल में पुलिसवालों पर हमला करती भीड़ का ये वीडियो हाल-फिलहाल का है.
सच्चाई
ये वीडियो साल 2020 का है, जब हावड़ा में लॉकडाउन का पालन कराने गए पुलिसकर्मियों पर लोगों ने हमला कर दिया था.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 4:26 PM IST

पुलिसकर्मियों पर हमला करती भीड़ का एक विचलित कर देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. वीडियो में सड़क किनारे कुछ पुलिसकर्मी खड़े हुए हैं, और लोगों की भीड़ धीरे-धीरे वहां इकट्ठा हो रही है. देखते ही देखते ये भीड़ पुलिस वालों से झगड़ते हुए उनपर हमला कर देती है. मारपीट होते ही पुलिस वाले अपनी जान बचाने के लिए वहां से भागने लगते हैं. लेकिन, आक्रामक भीड़ उनका पीछा करती हुई नजर आती है. भीड़ में कई लोग सिर पर सफेद टोपी भी लगाए हुए हैं. 

Advertisement

सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसे पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुई एक घटना बताते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वायरल वीडियो को एक्स पर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “पश्चिम बंगाल पुलिस एवं रैपिड एक्शन फोर्स का पश्चिम बंगाल में मुस्लिमों द्वारा किया गया हमला यह बता रहा है कि यहां की राज्य सरकार प्रशासन चलाने में विफल हो चुकी है. प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, गृहमंत्री श्री @AmitShah जी से निवेदन है कि राज्य सरकार पर कार्रवाई होनी चाहिए.” इसका आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

ऐसे ही एक फेसबुक पोस्ट पर एक व्यक्ति ने कमेंट किया, “राष्ट्रपति शासन लगा कर सबसे पहले ममता बनर्जी को जेल भेजा जाए तभी बंगाल सुधर सकता है.”

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि 2020 का है जब पश्चिम बंगाल के हावड़ा में कोविड-19 के चलते लगे लॉकडाउन का पालन कराने गए पुलिस वालों पर भीड़ ने हमला कर दिया था.

Advertisement

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये 28 अप्रैल, 2020 के एक एक्स पोस्ट में मिला. इतनी बात तो यहीं साफ हो जाती है कि ये वीडियो कम-से-कम पांच साल पुराना है.

इसके बाद हमें इस वीडियो से जुड़ी 28 अप्रैल, 2020 की एक खबर मिली. इसके मुताबिक ये घटना हावड़ा जिले के टिकियापारा में उस वक्त हुई थी, जब कुछ पुलिसकर्मी लॉकडाउन का पालन कराने के लिए इस इलाके में पहुंचे थे.

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक कोविड-19 के चलते लगे लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए टिकियापारा के एक बाजार में लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी. जब पुलिसवालों ने लोगों को अपने घरों में लौट जाने को कहा, तो गुस्से में लोग पुलिस पर पथराव करने लगे. इस घटना में 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. 

बता दें कि 2020 में कोविड-19 की रोकथाम के लिए सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन लगाया था. तब, लोगों से लॉकडाउन का पालन करा रहे पुलिसकर्मियों और स्वास्थकर्मियों पर हमले के कई मामले सामने आए थे. हावड़ा की ये घटना भी उसी वक्त की है.

साफ है, लॉकडाउन के वक्त हावड़ा में पुलिसकर्मियों पर हुए हमले के पांच साल पुराने वीडियो को अभी का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.

(रिपोर्ट: अभिषेक पाठक)

---- समाप्त ----

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement