'शार्क टैंक' शो में आपने लोगों को एक से बढ़कर एक बिजनेस आइडिया पेश करते देखा होगा. लेकिन आपने शायद कल्पना भी नहीं की होगी कि लोगों को सड़क पार कराने जैसे काम को भी कोई पैसा कमाने का जरिया बना सकता है. ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग एक बुर्कानशीं महिला से पैसे लेकर सीढ़ी के जरिये डिवाइडर के एक तरफ से दूसरी तरफ जाने में उसकी मदद करते दिखते हैं.
कुछ लोगों का कहना है कि सड़क पार करवाके पैसे कमाने का ये बिजनेस भारत में किया जा रहा है.
मिसाल के तौर पर, कांग्रेस के सोशल मीडिया एंड डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के नेशनल को-ऑर्डिनेटर दीपक खत्री ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए इस वीडियो के साथ लिखा, "देश के युवा और मोदी की रोजगार गारंटी.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि लोगों को जुगाड़ से सड़क पार करवा रहे शख्स का ये वीडियो बांग्लादेश का है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
हमने देखा कि वीडियो पर प्रतिक्रिया दे रहे कुछ लोग कह रहे हैं कि ये घटना बांग्लादेश की है.
वीडियो को गौर से देखने पर इसमें एक बस पर बांग्ला भाषा में कुछ लिखा दिखता है. गूगल ट्रांस्लेट की मदद से इसका अनुवाद करने पर हमें पता लगा कि इस पर दरअसल, ढाका लिखा है. ये देखकर हमें लगा कि ये वीडियो बांग्लादेश का हो सकता है.
इसके बाद वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इससे संबंधित बांग्लादेशी न्यूज पोर्टल 'risingbd247' का 18 मार्च, 2024 का पोस्ट मिला. यहां बताया गया है कि ये घटना बांग्लादेश के नारायणगंज की है जहां ढाका-चटगांव हाइवे के पास कुछ लोग, पैसे लेकर राहगीरों को सीढ़ी की मदद से डिवाइडर पार करवा रहे थे.
बांग्लादेशी बिजनेस न्यूज वेबसाइट 'businesshour24.com' के मुताबिक, ये वीडियो 17 मार्च, 2024, नारायणगंज, बांग्लादेश के शिमरेल इलाके की एक घटना का है. रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में 26 वर्षीय रोबिउल होसेन को गिरफ्तार किया गया है जो चटगांव जिले का रहने वाला है.
'businesshour24.com' की खबर में 'रोड्स एंड हाइवेज डिपार्टमेंट' के नारायणगंज ऑफिस में कार्यरत एग्जिक्यूटिव इंजीनियर शहाना फिरदौस के हवाले से लिखा है, "पहले भी इस तरह राहगीरों को सीढ़ी की मदद से सड़क पार कराने के मामले सामने आ चुके हैं. हमने इसके बारे में कई बार पुलिस से शिकायत भी की है."
'somoynews.tv' की खबर के मुताबिक, इस मामले का आरोपी रोबिउल, लोगों को सीढ़ी के जरिये डिवाइडर के दूसरी तरफ ले जाने के एवज में पांच टका (करीब 4 रुपये) ले रहा था. लेकिन उसके बिजनेस के पहले ही दिन उसका वीडियो वायरल हो गया और पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया. खबर के अनुसार, रोबिउल, चटगांव में ऑटोरिक्शा चलाता था. वो दो हफ्ते पहले सिद्धीरगंज में रहने वाली अपनी बहन के घर आया था. यहां जब उसने लोगों को मुश्किल से ऊंचा डिवाइडर पार करते देखा, तो उसे सीढ़ी के जरिये उनकी मदद कर पैसे कमाने का आइडिया आया.
हमने इस बारे में बांग्लादेश के पत्रकार शाहिदुल हसन खोकन से भी बातचीत की. उन्होंने हमें बताया, "जिस जगह का ये वीडियो है, वहां से कुछ ही दूरी पर एक फुटओवर ब्रिज है. लेकिन लोग, सड़क जल्दी-जल्दी पार करने के चक्कर में इस तरह के जुगाड़ वाले तरीके अपनाते हैं."
पुलिस का क्या कहना है?
हमने ये वीडियो नारायणगंज के 'एडिशनल सुप्रिटेंडेंट ऑफ पुलिस (ट्रैफिक)' रुहुल अमीन सागर को भी भेजा. उन्होंने 'आजतक' को बताया कि इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है जो पैसे लेकर लोगों को सीढ़ी की मदद से सड़क पार करवाते थे. उन्होंने आगे बताया, "प्रशासन की तरफ से बसवालों को निर्देश दिया गया है कि वो यात्रियों को सर्विस लेन में उतारें. लेकिन वो जल्दबाजी में उन्हें मेन रोड पर ही उतार देते हैं, जो कि वन-वे है. ऐसे में यहां दुर्घटनाएं न हो, इसी मकसद से यहां डिवाइडर काफी उंचे बनाए गए हैं. हालांकि डिवाइडर में हर एक किलोमीटर के बाद सड़क पार करने के लिए कट बने हैं, पर लोग इतना चलना नहीं चाहते. यही वजह है कि इस तरह जुगाड़ से लोगों को सड़क पार करवाने के मामले सामने आते हैं."
साफ है, बांग्लादेश में पैसे लेकर लोगों को सड़क पार करा रहे लोगों के वीडियो को भारत का बताया जा रहा है जिससे लोगों में भ्रम फैल रहा है.
(इनपुट: ऋद्धीश दत्ता)
ज्योति द्विवेदी