बिजली के खंभे से बंधे एक आदमी को बेरहमी से पीटते लोगों का एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर काफी वायरल है. ये लड़का हाथ जोड़कर रहम की गुहार लगाता नजर आता है, लेकिन लोग डंडे से उसकी पिटाई करते रहते हैं. सोशल मीडिया पर कई लोग इसे उत्तर प्रदेश की घटना बता रहे हैं और सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांग रहे हैं.
वीडियो को शेयर करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा, “बड़े ही शर्म की बात है पर योगी जी को शर्म नहीं आती है भाजपा सरकार में गुंडाराज हद से ज्यादा बढ़ चुका है बीजेपी इसे अमृतकाल रामराज्य बताती है अपराधियों के अंदर से डर भय समाप्त हो गया है. मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं, बल्कि बिहार के किशनगंज का है जहां चोरी के आरोप के चलते इस लड़के की पिटाई की गई थी.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये 23 अगस्त, 2025 को छपी कई न्यूज रिपोर्ट्स में मिला. दैनिक भास्कर में दी गई जानकारी के मुताबिक, ये घटना किशनगंज, बिहार के बहादुरगंज इलाके की है. पीड़ित, 18-वर्षीय मासूम आलम राजा, किशनगंज के लोहागाड़ा का रहने वाला था.
पीड़ित के पिता नूर आलम के हवाले से खबरों में बताया गया है कि 16 अगस्त को कुछ लोगों ने उनके बेटे पर चोरी का आरोप लगाया. और उसे बहादुरगंज के झांसी रानी चौक से उठाकर एनएच 327ई की तरफ ले गए. वहां उसके हाथ-पैर बांधकर उन लोगों ने उसे एक बिजली के पोल से बांध दिया और फिर डंडे से उसकी पिटाई की.
मासूम के मुताबिक, इस घटना के बाद उसे चुप रहने और जान से मारने की धमकी भी दी गई थी. घटना के बाद मासूम का इलाज बहादुरगंज के एक सरकारी अस्पताल में करवाया गया था. प्रभात खबर की एक रिपोर्ट के मुताबिक मामले में पुलिस ने चार नामजद और 10 से 15 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है.
साफ है, बिहार में हुई एक युवक की बेरहम पिटाई के वीडियो को यूपी का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
रिपोर्ट - आशीष कुमार
फैक्ट चेक ब्यूरो