कुल्हाड़ी से किसी दुकान पर सरेआम हमला करते दो आदमियों का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है. इसमें दो लोग बाइक पर सवार होकर आते हैं और फिर एक दुकान के शटर पर कुल्हाड़ी मारने लगते हैं. कुछ ही देर में वहां एक हरे रंग की जीप आकर रुकती है और उसमें से दो जवान बाहर निकलते हैं. उन्हें देखकर कुल्हाड़ी पकड़े हुए लोग रुक जाते हैं. बंदूक ताने जवान जैसे ही उनके पास आते हैं, दोनों कुल्हाड़ी फेंक कर घुटने टेक देते हैं और कान पकड़ कर बैठ जाते हैं.
सोशल मीडिया पर कई लोग इस वीडियो को भारतीय सेना के जवानों का जलवा बताते हुए शेयर कर रहे हैं. फेसबुक पर इसे पोस्ट करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, 'इंडियन आर्मी पर हमें गर्व है. यहां दो लोग चोरी करने के मकसद से आए और तोड़फोड़ करने लगे. लेकिन तभी इंडियन आर्मी वहां से गुजर रही थी और उसके बाद जो हुआ आप वीडियो में देखिए. आपको क्या लगता है अगर आर्मी की जगह पुलिस वाले होते तो क्या यह लोग सरेंडर करते?'
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो बांग्लादेश के फरीदपुर जिले का है, जहां बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के एक गुट के कार्यकर्ताओं ने दूसरे गुट के कार्यकर्ता की दुकान पर हमला कर दिया था. इस घटना का भारत से कोई लेना-देना नहीं है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये वीडियो कई बांग्ला यूट्यूब चैनल्स पर मिला. इन चैनल्स ने इस वीडियो को बांग्लादेश का बताया है.
थोड़ा और खोजने पर हमें इस घटना के बारे में छपी कई बांग्ला भाषा की न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इनमें बताया गया है कि ये वीडियो इसी साल 14 अगस्त को बांग्लादेश के फरीदपुर जिले में हुई घटना की है.
दरअसल, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी यानि बीएनपी के दो गुटों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. इसी के चलते एक गुट के कार्यकर्ताओं ने दूसरे गुट के कार्यकर्ता की दुकान पर हमला कर दिया. इस दौरान बांग्लादेश आर्मी के जवानों ने इन लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
ढाका पोस्ट की खबर के मुताबिक ये घटना फरीदपुर के ‘Boalmari’ उपजिले में 14 अगस्त को हुई थी. मामले में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के यूथ दल के कार्यकर्ता मोहम्मद हुसैन और दुखु मियां को गिरफ्तार किया गया था.
खबरों के मुताबिक इस घटना से पहले फरीदपुर-1 चुनाव क्षेत्र से बीएनपी उम्मीदवार शमसुद्दीन मियां पर हमला हुआ था. शमसुद्दीन ने बीएनपी के एक अन्य उम्मीदवार, खंडकर नसीरुल इस्लाम पर हमला कराने का आरोप लगाया था. दोनों नेताओं के बीच हुए इस विवाद के चलते पार्टी के कार्यकर्ता दो गुटों में बंट गए थे. उसके बाद ही ये घटना हुई थी.
साफ है, बांग्लादेश में हुई घटना के वीडियो को भारत का बताकर पेश किया जा रहा है.
संजना सक्सेना