सफेद कार में बैठे किसी शख्स को थप्पड़ मारते ठेले वाले का एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि मार खाने वाला आदमी एक सरकारी अधिकारी है.
वीडियो के वॉइसओवर में इस घटना को बिहार का बताया गया है. साथ ही, ये भी कहा गया है कि गरीब ठेले वाले से फल लेने के बाद अधिकारी ने उसे पैसे देने से मना करते हुए उसका ठेला गिरा दिया था.
इसे फेसबुक पर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “गरीब ठेले वाले ने सीएमओ को थोड़ा दौड़ा कर सबक सिखाया.” ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
हालांकि, आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये घटना बिहार नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश में हुई थी. साल 2021 में कोविड-19 गाइडलाइंस के उल्लंघन के आरोप में हुई पुलिस कार्रवाई के चलते इस फल विक्रेता ने मुख्य नगर परिषद अधिकारी पर हमला कर दिया था.
कैसे पता की सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये 'नवभारत टाइम्स' की एक वीडियो रिपोर्ट में मिला. यहां इसे 4 मई, 2021 को अपलोड किया गया था. यहां इसे मध्य प्रदेश के रायसेन जिले का वीडियो बताया गया है.
'न्यूज18' की 2 मई, 2021 की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये मामला कोविड-19 महामारी के दौरान का है. रायसेन के सिलवानी इलाके में मुख्य नगर परिषद अधिकारी (सीएमओ) राजेंद्र शर्मा, कोविड-19 के नियमों का पालन कराने के लिए राउंड पर थे. इसी दौरान उन्हें सड़क पर फल बेच रहा सलीम नाम का एक शख्स दिखाई दिया. सीएमओ ने कोरोना गाइडलाइंस के उल्लंघन के आरोप में सलीम पर पुलिस कार्रवाई करवाई. इस बात से नाराज सलीम ने उनपर और उनके साथ मौजूद बाकी अधिकारियों पर हमला कर दिया.
रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएमओ राजेंद्र शर्मा ने पुलिस थाने में फल विक्रेता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी. सीएमओ के आवेदन पर कई सख्त धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था.
साफ है, मध्य प्रदेश में नगर परिषद अधिकारी को थप्पड़ मारते शख्स के पुराने वीडियो को बिहार का बताते हुए शेयर किया जा रहा है.
फैक्ट चेक ब्यूरो