सोशल मीडिया पर दिल्ली का बता कर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है. वीडियो में एक शख्स कहता है कि दिल्ली के रोहिणी इलाके के एक घर में “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे लिखे गए हैं. इसके बाद वो शख्स दीवारों पर लिखे नारों को दिखाता है. वीडियो के अंत में एक अंधेरे कमरे के अंदर जमीन पर बैठा एक व्यक्ति दिखता है जिसे वीडियो बनाने वाला शख्स और अन्य लोग डांट रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे लिखने वाला व्यक्ति मुस्लिम समुदाय से है. इस वीडियो पर सुदर्शन न्यूज का लोगो भी देखा जा सकता है.
एक एक्स यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “देखिए उनके कितने खौफनाक इरादे हैं और यह न सिर्फ हिंदुओं से बल्कि भारत से कितनी नफरत करते हैं देश की राजधानी दिल्ली के अवंतिका के सी ब्लॉक में एक मुस्लिम ने अपने बिल्डिंग के चारों तरफ और अपने फ्लैट में जगह-जगह पाकिस्तान जिंदाबाद लांग लिव पाकिस्तान के नारे जगह-जगह लिखा और काफीर लोगों को मारेंगे सिर्फ दो कौम रहेगी या तो हम या काफीर लिखा और जब इसे पुलिस ने पकड़ा तब ये कह रहा है कि मुझे पाकिस्तान से मोहब्बत है और यह हिंदुओं के छोटे-छोटे बच्चों को मारेगा काफिरों को मारेगा अब आप अंदाजा लगाइए कि ये लोग कितना खतरनाक हो चुके हैं ये सोच इन सबकी है बस फ़र्क़ इतना है कुछ खुल कर बोल रहे है केआर कुछ चोरी छुपे ये काम कर रहे है।”
वायरल वीडियो को इन्हीं दावों के साथ फेसबुक पर भी शेयर किया गया है. ऐसे एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखने वाला शख्स मुस्लिम नहीं है. उसका नाम यशवंत है और वो मानसिक रूप से विक्षिप्त है. यशवंत ईसाई समुदाय से है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड्स के जरिये सर्च करने पर हमें इस घटना से जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. ‘अमर उजाला’ की रिपोर्ट के अनुसार ये मामला दिल्ली के रोहिणी इलाके के अवंतिका सी ब्लॉक का है. यहां एक शख्स ने दीवार पर पाकिस्तान जिंदाबाद, लॉन्ग लिव पाकिस्तान जैसे नारे लिखे थे, जिसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया गया. ‘अमर उजाला’ की खबर में जिला पुलिस उपायुक्त गुरइकबाल सिंह के हवाले से बताया गया है कि आरोपी मुस्लिम नहीं है. ये बात तो यहीं साफ हो गई कि आरोपी को मुस्लिम बताने वाले वायरल दावे सही नहीं हैं.
खबरों में ये भी बताया गया है कि ये शख्स अपने परिवार से अलग अवंतिका में फ्लैट लेकर रहता है.
‘एबीपी न्यूज’ की रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. साथ ही ये भी बताया गया है कि नारे लिखने वाला शख्स मानसिक रूप से विक्षिप्त है और उसका नाम यशवंत सिंह है.
हमने वायरल दावे के संबंध में रोहिणी के विजय विहार थाने में संपर्क किया. एसएचओ अजय ने हमें बताया कि “नारे लिखने वाले शख्स की उम्र 65 साल है और उनका नाम यशवंत सिंह है. वो मुस्लिम नहीं बल्कि ईसाई समुदाय से हैं. यशवंत उत्तराखंड के पौढ़ी गढ़वाल के रहने वाले हैं. वो 70 प्रतिशत से ज्यादा मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं, इस वजह से उनपर कोई मामला दर्ज नहीं हो सकता है.” अजय ने ये भी बताया कि यशवंत के पिता भी एयरफोर्स में थे और उनके भाई भी एयरफोर्स में हैं.
सत्यम तिवारी