एक रोती-बिलखती महिला को बुरी तरह पीटते आदमी का परेशान कर देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कुछ लोगों का कहना है कि इस वीडियो में दिख रहा आदमी हिंदू है जो अपनी पत्नी पर जुल्म कर रहा है.
वीडियो शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “हिन्दू धर्म में महिलाओं को देवी कहा जाता है और उन्हीं देवियों के साथ अत्याचार भी यही लोग करते है! ये वही लोग है जो कहते हैं कि हिजाब में लडकियों की आजादी छीन ली जाती है.” इसका आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स हिन्दू नहीं, मुसलमान है. उसका नाम आजम अली है.
कैसे पता की सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये 9 अगस्त के एक X पोस्ट में मिला. इसमें बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में एक मुस्लिम महिला को उसके पति, आजम अली ने बुरी तरह पीटा. ये शख्स दहेज में 10 लाख रुपए न मिलने के चलते अपनी पत्नी से नाराज था.
इसके बाद हमें इस बारे में 7 अगस्त को छपी कई खबरें मिलीं. इनके मुताबिक ये वीडियो उधमपुर के रहमबल पुलिस थाने में आने वाले मलहाड़ इलाके का है.
ये शख्स जब अपनी पत्नी को बुरी तरह प्रताड़ित कर रहा था, तब एक पड़ोसी ने पूरी घटना का वीडियो बना कर पुलिस को इसकी सूचना दी थी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पर महिला को रेस्क्यू किया था और अस्पताल में भर्ती करवाया था. साथ ही, ससुराल वालों पर मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने आजम को हिरासत में ले लिया था.
सभी रिपोर्ट्स में इस शख्स का नाम आजम अली, और पत्नी का नाम रवीन बेगम बताया गया है. आजम पेशे से एक सैनिक है. दहेज में 10 लाख रुपए और एक कार की मांग पूरी ना होने की वजह से उसने अपनी पत्नी को प्रताड़ित किया था.
‘अमर उजाला’ की रिपोर्ट में हमें पीड़िता के माता-पिता का वीडियो मिला. इसमें उन्होंने बताया है कि ये शख्स और उसके परिवार वाले आए-दिन उनकी बेटी पर दहेज के लिए अत्याचार करते थे. ससुराल वालों ने उनकी बेटी को जहर खिलाने की भी कोशिश की थी.
हमने उधमपुर के एएसपी संदीप भट्ट से भी बात की. उन्होंने हमसे इस बात की पुष्टि की कि इस मामले में पीड़ित और आरोपी, दोनों ही मुसलमान हैं.
संजना सक्सेना