सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए कुछ लोग कह रहे हैं कि एक मुस्लिम युवक ने एक हिंदू शख्स को जान से मारने के इरादे से उसके सिर पर सिलेंडर दे मारा.
वीडियो में दो कर्मचारी किसी गैस एजेंसी जैसी दिखने वाली जगह पर काम करते दिखते हैं. अचानक एक कर्मचारी, दूसरे पर गैस सिलेंडर से उसके सिर पर हमला करता है जिसके बाद दूसरा कर्मचारी जमीन पर गिर जाता है.
वीडियो को शेयर करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा, “गैस एजेंसी में मुसलमान युवक के साथ काम करने वाले इस हिंदू कर्मचारी के इस हश्र को देखकर कुछ तो सबक लो हिन्दुओं, इन जिहादीयों का कहीं भी कभी भी विश्वास ना करें इनके साथ काम करते समय अकेले रहना खतरें से खाली नहीं है, जिस इस्लामी कुरान में काफिरों यानी गैरमुस्लिमों-हिंदुओं को मारने से जन्नत मिलने का जिक्र किया गया है, उस कुरानी आदेश का कभी भी मौका मिलते ही पालन करने पर उतारू हो सकते हैं ये जिहादी.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये घटना लगभग दो साल पुरानी है और दक्षिण अमेरिकी देश पेरू की है. इस वीडियो में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इस घटना से संबंधित सितंबर 2022 की एल कॉमर्सियो की रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में वायरल वीडियो से मिलती-जुलती तस्वीर देखी जा सकती है. 1839 में स्थापित, एल कॉमर्सियो पेरू का का सबसे पुराना अखबार है.
रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना 6 सितंबर, 2022 को पेरू के अयाकुचो शहर में एक गैस एजेंसी के अंदर हुई थी. सिलेंडर से हमला करने वाले व्यक्ति का नाम राफेल विलकाटोमा अरोन है और दूसरे कर्मचारी का नाम अब्राहम लुकानो हुरकाया. दोनों ही गैस एजेंसी में लेबल लगाने और खाली गैस सिलेंडरों को संभालने का काम करते थे. घटना वाले दिन जैसे ही अब्राहम लुकानो कुछ नोट्स बनाने के लिए नीचे झुका, तो राफेल विलकाटोमा ने उसके सिर पर सिलेंडर से हमला कर दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना में अब्राहम की मौके पर ही मौत हो गई थी और हमलावर मौके से फरार हो गया था. लेकिन बाद में पुलिस ने हमलावर को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि रिपोर्ट में हत्या का कारण नहीं बताया गया है और न ही इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल होने का जिक्र किया है.
कीवर्ड की मदद से खोजने पर हमें इस घटना से संबंधित सितंबर 2022 की याहू न्यूज की एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में दी गई जानकारी भी पहली रिपोर्ट से मिलती-जुलती है. रिपोर्ट के मुताबिक, उस वक्त हमलावर ने दावा किया था कि उस पर भूत-प्रेतों का साया था. हालांकि कई अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में हमलावर को मानसिक रूप से बीमार बताया गया है. आज तक इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि हमलावर और मारा गया शख्स किस धर्म से है. लेकिन दोनों के नाम हिंदू या मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाले नहीं लगते हैं.
इस घटना के बारे में ISH News की वीडियो रिपोर्ट उनके आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर देखी जा सकती है. इस रिपोर्ट में भी घटना को पेरू का बताया गया है.
साफ है, दो साल पहले पेरू में हुई एक हत्या की घटना को सांप्रदायिक रंग देकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
फैक्ट चेक ब्यूरो