नदी की लहरों से कुछ फीट ऊपर पालथी मारकर योग मुद्रा में बैठे शख्स की वायरल तस्वीर तो अब तक आप देख ही चुके होंगे. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर बड़े-बड़े मंत्रियों से लेकर सेना के जवानों और आम लोगों तक के योग करते हुए वीडियो और फोटो सामने आए हैं. लेकिन, इन सबके बीच नदी के ऊपर योग करते व्यक्ति की तस्वीर ने सबको चौंका दिया.
देखने में ये व्यक्ति किसी साधु जैसा लग रहा है. ऐसा लगता है, मानो वो पालथी मारकर हवा में बैठा हो. जहां कुछ लोग इसे सनातन की ताकत का प्रमाण कह रहे हैं, वहीं कई इस तस्वीर को 'डिजिटल आर्ट' बता रहे हैं.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये तस्वीर है तो असली, लेकिन ये सनातन या योग की ताकत नहीं, बल्कि फोटोग्राफी का कमाल है. साथ ही, ये शख्स कोई साधु नहीं, बल्कि वाराणसी में रहने वाला एक फोटोग्राफर धीरज गोस्वामी हैं.
किसने खींची ये फोटो?
रिवर्स सर्च करने पर हमें ये फोटो अनिल के. दिनकर नामक एक शख्स के इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिली. यहां इसे 4 मई को पोस्ट करते हुए बताया गया था कि ये नजारा वाराणसी का है.
इसके बाद हमने अनिल से संपर्क किया. उन्होंने आजतक से इस बात की पुष्टि की कि ये तस्वीर उन्होंने खुद वाराणसी के पंचगंगा घाट पर खींची थी. साथ ही, तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति कोई साधु-बाबा नहीं, बल्कि एक फोटोग्राफर हैं जो उनके काफी अच्छे दोस्त भी हैं. उनका नाम है धीरज गोस्वामी. अनिल ने धीरज के साथ अपनी सेल्फी भी हमारे साथ शेयर की.
अनिल ने बताया कि ये फोटो उन्होंने फोटोग्राफी की एक तकनीक की मदद से ली थी, जिसे ‘Continuous Shot’ कहते हैं. इसमें कैमरे में कुछ ऐसी सेटिंग की जाती है, जिससे कैमरा अपने-आप काफी तेजी से धड़ा-धड़ तस्वीरें खींचता जाता है.
दरअसल, धीरज ने हवा में ऊंची छलांग लगाकर अपने पैरों को जल्दी से योग की मुद्रा में मोड़ लिया था और फिर वो जमीन पर वापस आ गिरे थे. इसी बीच अनिल ने ‘Continuous Shot’ की मदद से लगातार उनकी ढेर सारी तस्वीरें लीं और उनमें से बेस्ट शॉट सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जिसे देखकर ऐसा लगता है कि धीरज हवा में योग कर रहे हैं.
साथ ही, पंचगंगा घाट पर अनिल ने जमीन पर लेट कर, लो एंगल से ये तस्वीर ली थी, ताकि धीरज ज्यादा ऊंचाई पर नजर आएं.
अनिल ने हमें इस फोटो से पहले और बाद में ली गई ढेर सारी तस्वीरें भेजीं. इन्हें साथ में देखने से ये बात साफ हो जाती है कि धीरज ने किस तरह छलांग लगाकर इस पोज में फोटो खिंचवाई.
क्या बोले धीरज?
हमने तस्वीर में दिख रहे शख्स, धीरज गोस्वामी से संपर्क किया. धीरज ने हमें बताया कि वो वाराणसी में रहने वाले एक 27 साल के फोटोग्राफर हैं. 12वीं के बाद किसी कारण से वो आगे पढ़ाई नहीं कर पाए, लेकिन उन्हें तरह-तरह की तस्वीरें खींचने का शौक है. साल 2014 से फोटोग्राफी करते आ रहे धीरज अब देश-विदेश के लोगों के लिए फोटोग्राफी की वर्कशॉप कराते हैं, और अपनी कला को 'काशी का प्रसाद' मानते हैं.
धीरज ने बताया कि उनके दिमाग में इस ट्रिक से फोटो खिंचवाने का आइडिया पहली बार साल 2020 में आया था. तब वाराणसी आयीं एक अमेरिकी फोटोग्राफर मार्शा डिसूजा ने इसी तकनीक की मदद से उनकी तस्वीर ली थी. इसके बाद उन्होंने अलग-अलग जगह जाकर इसी पोज में तस्वीरें खिंचवाईं.
साफ है, वायरल फोटो किसी करिश्मे को नहीं दिखाती. ये सिर्फ फोटोग्राफी की एक विशेष तकनीक की मदद से क्लिक की गई है.
संजना सक्सेना