भारत की एथलीट हिमा दास को लेकर सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल हो रहा है. इसमें कहा जा रहा है कि हिमा ने भारत के पूर्व एथलीट मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. हिमा दास को दलित की बेटी बताते हुए इसे आरक्षण के मसले से जोड़कर उनका एक वीडियो शेयर किया जा रहा है.
वीडियो में ट्रैक पर हिमा दौड़ रही हैं. ट्रैक के चारों ओर लगे होर्डिंग्स से पता चलता है कि वीडियो बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का है. वीडियो में हो रही कमेंट्री में बताया जाता है कि ये 200 मीटर की क्वालिफाइंग रेस थी, जिसे 23.42 सेकेंड में पूरा करके हिमा सेमीफाइनल के लिए क्लालिफाई हो गईं.
एक फेसबुक यूजर ने हिमा का ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “मिल्खा सिंह जी का रिकॉर्ड तोड़ने व अपने देश का परचम दुनिया में लहराने पर देश की शान हिमा दास जी को बहुत बहुत शुभकामनाएं.”
‘इंडिया टुडे’ की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि हिमा दास ने मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड नहीं तोड़ा है.
उन्होंने हाल ही में बर्मिंघम, यूके में हुए 'कॉमनवेल्थ गेम्स-2022' में हिस्सा लिया था. इन गेम्स में वो महिलाओं की 200 मीटर की रेस के फाइनल में जगह बनाने में सफल नहीं हो पाईं. इसके अलावा वो और उनकी टीम 4x100 मीटर की रिले रेस में भी पदक हासिल करने से चूक गई.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
सबसे पहले हमने वायरल वीडियो को बारीकी से देखा. ये वीडियो कॉमनवेल्थ गेम्स के आधिकारिक प्रसारणकर्ता ‘सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क’ के यूट्यूब चैनल पर भी मौजूद है. वीडियो के साथ बताया गया है कि ये महिलाओं की 200 मीटर की रेस का क्वॉलिफाइंग इवेंट है.
हिमा दास के ट्विटर प्रोफाइल पर भी इसे 4 अगस्त को पोस्ट किया गया था. यानी ये वीडियो इस इवेंट के पहले राउंड में हिमा की कामयाबी बयां कर रहा है. इसके बाद हिमा 6 अगस्त को इसके अगले राउंड यानी सेमीफाइनल में दौड़ीं लेकिन महज 0.1 सेकेंड के फासले से फाइनल में जगह बनाने से चूक गईं.
इसे लेकर कई मीडिया रिपोर्ट्स छपी थीं. . उन्होंने महिलाओं की 4 X100 मीटर रिले रेस में भी हिस्सा लिया था, लेकिन उनकी टीम 8 अगस्त को पांचवें स्थान पर रहीं थी.
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में हिमा ने न तो कोई मेडल जीता और न ही कोई नया रिकॉर्ड बनाया.
हमने 'वर्ल्ड एथलेटिक्स' की वेबसाइट पर जाकर हिमा दास और मिल्खा सिंह के रिकॉर्ड्स के आंकड़े चेक किए.
हिमा दास ने 200 मीटर की रेस में अब तक का अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन 21 जून, 2021 को पंजाब के पटियाला में किया था. तब उन्होंने ये रेस 22.88 सेकेंड में पूरी की थी. वहीं मिल्खा सिंह ने 31 जनवरी 1960 को लाहौर में 200 मीटर की रेस 20.7 सेकेंड में पूरी की थी.
साल 2018 में जकार्ता में हुए एशियन गेम्स में 400 मीटर की रेस को 50.79 सेकेंड में पूरा करके हिमा ने इस इवेंट में अपना सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया था. ये महिलाओं की 400 मीटर रेस से जुड़ा भारत का नेशनल रिकॉर्ड भी है. तो वहीं मिल्खा सिंह ने 1960 के रोम ओलंपिक्स में 400 मीटर की रेस 45.6 सेकेंड में पूरी की थी.
पुरुषों की 200 मीटर की दौड़ में भारत का नेशनल रिकॉर्ड अमलान बोरगोहेन के नाम है जिन्होंने साल 2022 में ये रेस 20.52 सेकेंड में पूरी की थी. वहीं 400 मीटर की रेस का नेशनल रिकॉर्ड मोहम्मद अनस के नाम है जिन्होंने साल 2019 में इसे 45.21 सकेंड में पूरा किया था.
भारत में महिलाओं की 200 मीटर रेस का नेशनल रिकॉर्ड सरस्वती साहा के नाम हैं. ये रिकॉर्ड उन्होंने साल 2002 में 22.82 सेकेंड में रेस पूरी करके बनाया था. 400 मीटर की दौड़ में नेशनल रिकॉर्ड हिमा दास के नाम है जो उन्होंने जकार्ता में 2018 में बनाया था.
हिमा दास के बारे में इससे पहले भी फर्जी खबरें फैलाई जा चुकी हैं. उस वक्त भी हमने इनकी सच्चाई बताई थी.
(रिपोर्ट- सुमित कुमार दुबे)
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