तीन महीने का मुफ्त रिचार्ज, 50 रुपये का आईफोन, और 2000 रुपये का कैशबैक- गणेश चतुर्थी के मौके पर सोशल मीडिया पर कुछ इसी तरह के ऑफर्स की बाढ़ आई हुई है. फेसबुक और इंस्टाग्राम पर इस तरह के ऑफर वाले पोस्ट खूब शेयर हो रहे हैं. कई पोस्ट्स में तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें-वीडियो इस तरह लगाए गए हैं, मानों ये किसी सरकारी योजना से संबंधित हों.
मिसाल के तौर पर, तीन महीने के मुफ्त रिचार्ज का दावा करने वाले एक पोस्ट में पीएम मोदी की फोटो के साथ लिखा है, 'मोदी का बड़ा ऐलान, ₹719 प्लान सबको मिलेगा फ्री में Jio Airtel Vi 3 महीने का फ्री रिचार्ज'. एक अन्य वीडियो में पीएम कहते दिखते हैं, "कहीं किसी को कोई पैसा देना नहीं है. और अगर कोई पैसे मांगता है तो सीधे मुझे चिट्ठी लिखना".
बहुत सारे लोग इन पोस्ट्स में बताए जा रहे ऑफर्स को सच मान रहे हैं और कमेंट में अपना नाम और फोन नंबर जैसी जानकारियां शेयर कर रहे हैं.
लेकिन, आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये सारे पोस्ट फर्जी हैं. हकीकत में न तो टेलीकॉम कंपनियां इस तरह का कोई फ्री रिचार्ज ऑफर दे रही हैं और न ही गणेश चतुर्थी पर 50 रुपये में आईफोन जैसा कोई ऑफर दिया जा रहा है.
पीएम मोदी और एंकर्स के एडिटेड वीडियो से दे रहे झांसा
इनमें से कई वीडियो, न्यूज रिपोर्ट के अंदाज में बनाए गए हैं. कुछ में पीएम मोदी के अलग-अलग भाषणों को इस तरह से एडिट करके लगाया गया है जिससे लगता है कि वो किसी योजना के बारे में बात कर रहे हों. इसी तरह, कई न्यूज एंकर्स के वीडियो भी जोड़-तोड़ कर लगाए गए हैं. जाहिर है, फर्जीवाड़ा करने वालों ने ऐसा इसलिए किया ताकि लोग इन पर यकीन करें.
वादा रिचार्ज का, लेकिन बेच रहे हैं लोन
जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसी टेलीकॉम कंपनियों से मुफ्त रिचार्ज का वादा करने वाले एक इंस्टाग्राम पोस्ट में योजना का फायदा उठाने के लिए 'djmixgaana.in' नाम की वेबसाइट पर क्लिक करने को कहा जाता है. अगर ये कंपनियां सचमुच इस तरह की कोई योजना चला रही होतीं, तो ये पोस्ट आपको टेलीकॉम कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक करने के लिए कहते. इसी से पता लगता है कि ये पूरी तरह फर्जी हैं.
'djmixgaana.in' वेबसाइट के दिए गए लिंक पर क्लिक करने से 'searchselector.com' नाम की एक दूसरी वेबसाइट खुलती है. चौंकाने वाली बात तो ये है कि इस वेबसाइट पर लोन से संबंधित जानकारी मांगी जाती है. यहां एक सवाल पूछा गया है- 'आप कितना ऋण लेना चाहेंगे?'. इसके बाद अगला सवाल आता है, 'क्या आप पर कर्ज है?'. फिर लोन की जानकारी लेने से संबंधित चार ऑप्शन आते हैं. हमने इनमें से 'कम ब्याज दरें' वाला ऑप्शन चुना तो अलग-अलग-अलग बैंकों से लोन लेने की जानकारी खुल गई.
इस तरह की फर्जी वेबसाइट्स कई बार लोगों की निजी जानकारियां इकट्ठा करके उसे अलग-अलग कंपनियों को बेचती हैं.
फर्जी ऑफर्स की झड़ी
हमने देखा कि जिन अकाउंट्स पर इन ऑफरों की जानकारी दी गई है, वो लगातार इसी तरह की फर्जी योजनाओं के बारे में बता रहे हैं. इनमें से कुछ पोस्ट्स में बारीक फॉन्ट में एक डिस्क्लेमर दिया है कि ये वीडियो उन्होंने मनोरंजन के मकसद से बनाए हैं. लेकिन इन पर अमूमन किसी का ध्यान नहीं जाता और बहुत सारे लोग इनके चंगुल में फंस जाते हैं.
इससे पहले हम सरकारी फ्लैट का लालच देने वाले और आईपीएल फाइनल देखने के लिए फ्री रिचार्ज ऑफर से लुभाने वाले पोस्ट्स की सच्चाई भी बता चुके हैं.
फैक्ट चेक ब्यूरो