एक्टर दिलीप कुमार का 98वें साल की उम्र में निधन हो गया. वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे. 30 जून को उन्हें सांस लेने में दिक्कत के चलते हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था. दिलीप कुमार को एक्टिंग का इंस्टिट्यूट कहा जाता था. दिलीप के निधन के बाद एक्टर्स उन्हें याद कर रहे हैं. अपना एक्सपीरियंस शेयर कर रहे हैं.
तारक मेहता का उल्टा चश्मा में नट्टू काका का रोल निभाने वाले एक्टर घनश्याम नायक ने भी दिलीप कुमार के लिए काम किया है. उन्होंने दिलीप कुमार को याद किया.
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स्पॉटबॉय से बातचीत में उन्होंने कहा- दिग्गज दिलीप कुमार के चले जाने की खबर से मैं वास्तव में दुखी हूं. वो एक खूबसूरत आत्मा वाले एक महान व्यक्ति थे. मुझे उनके लिए एक बार काम करने का मौका मिला और मैं उस दिन को नहीं भूल सकता क्योंकि मुझे उनके बंगले में सीन शूट करने का मौका मिला था.
दिलीप कुमार के साथ अपनी मुलाकात को याद करते हुए, घनश्याम नायक ने कहा, "दिलीप साहब ने बहुत समय पहले एक टीवी शो को प्रोड्यूस किया था, जिसका टाइटल था, जरा देखो तो इनका कमाल और इसमें एक नौकर की भूमिका थी. राइटर अहमद नकवी ने मेरा नाम सुझाया था. उन्होंने कहा था- 'नौकर के रोल के लिए घनश्याम नायक बेस्ट है उसे बुलाओ'. शूटिंग दिलीप कुमार के बंगले में ही हुई थी. इसलिए, जब मैं वहां गया, तो उन्होंने मुझे दूर से देखा और कहा, 'आओ घनश्याम आओ'. और मैं हैरान रह गया 'इतना बड़ा आदमी और मुझे एक मिनट में अपना बना लिया'. मेरे कांधे पर हाथ रख कर उनके गदर्न में मुझे पूरा सीन खुद समझाया और फिर वो मुझे अपने बंगले के अंदर ले गए और कहा, 'चलिए शूटिंग शुरू करते हैं.'
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आगे उन्होंने कहा-, "उन्होंने मुझे सभी निर्देश दिए और मुझे एक्टिंग नहीं करने और इसे नैचुरल रखने के लिए कहा. कुछ ही समय में हमने सीन खत्म कर दिया और वो बहुत प्रभावित हुए. शूटिंग एक दिन के लिए था, लेकिन मैं उस दिन को कभी नहीं भूल सकता. मेरे सीन के तुरंत बाद वो मेरे पास आए और कहा कि आपने बहुत अच्छा किया और आपका चेक तैयार है. लेकिन आप यहां से तब तक नहीं जा सकते जब तक आप हमारे साथ खाना नहीं खाते. जब मैंने कहा, 'सर मेरे लिए भोजन करना बहुत जल्दी है, तो मैं अब जाऊंगा', तो उन्होंने कहा, 'तुम हमारे घर के मेंबर हो, ऐसे बिना खाए जाओगे तो कैसे चलेगा?'.
'कुछ समय बाद जब मैं फिल्म हम दिल दे चुके सनम के लिए शूटिंग कर रहा था, तब वो वहां आए थे. जब मैंने उन्हें देखा तो हाथ हिलाया तो उन्होंने भी मेरी तरफ हाथ हिलाया. इतने सालों बाद भी उन्हे में याद था. उन्होंने मुझसे बात की. वो बहुत अच्छे अच्छे इंसान थे.'
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