आतंकी हमले में शहीद जवानों के नाम अनुपम खेर की कव‍िता, कर देगी भावुक

कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में भारत के 40 जवानों ने अपनी जान गंवा दी. विस्फोटक सामग्री से भरी एक एसयूवी कार से आत्मघाती हमलावरों ने भारतीय सेना के काफिले को टक्कर मार दी जिससे भीषण बम धमाका हुआ.

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अनुपम खेर अनुपम खेर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 9:27 AM IST

कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में भारत के 40 जवानों ने अपनी जान गंवा दी. विस्फोटक सामग्री से भरी एक एसयूवी कार से आत्मघाती हमलावरों ने भारतीय सेना के काफिले को टक्कर मार दी जिससे भीषण बम धमाका हुआ. इस हमले के बाद भारत के लोगों में आक्रोश है. बॉलीवुड के तमाम दिग्गज सितारों ने सोशल मीडिया या किसी अन्य पब्लिक प्लेटफॉर्म पर अपनी भावनाएं जाहिर की हैं. बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर ने एक कविता पढ़ते हुए अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है.

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फिल्म बेबी और नाम शबाना जैसी फिल्मों का हिस्सा रहे अनुपम ने लिखा, "मुझे यह कविता एक Text Message के तौर पर मिली. यह एक जवान की जिंदगी की तुलना एक आम आदमी की जिंदगी से करती है. इसने मुझे भावुक कर दिया और इस बात का अहसास करा दिया कि सेना और जवानों के बलिदान को यूं ही मान लेना कितना आसान है." अनुपम द्वारा अंग्रेजी भाषा में पढ़ी गई इस कविता का हिंदी अनुवाद नीचे दिया गया है.

तुमने डिग्री के लिए तैयारी की और मैंने सबसे कड़ी ट्रेनिंग की. तुम्हारा दिन 7 बजे शुरू होता और 5 बजे खत्म हो जाता और मेरा सुबह 4 बजे शुरू होकर रात 9 बजे तक चलता रहता. इसमें कुछ रातें भी शामिल होती थीं. तुम्हारी अपनी कॉनवोकेशन सेरेमनी होती थी और मुझे मेरी पीओपी में हिस्सा लेना होता. तुम्हें बेस्ट कंपनी ने हायर किया और सबसे अच्छा पैकेज मिला. मुझे मेरी पलटन मिली और 2 सितारे मेरे कंधे पर लगाए गए.

अनुपम ने आगे पढ़ा, "तुम्हें नौकरी मिली और मुझे जिदंगी जीने का एक नया तरीका. हर शाम तुम अपने परिवार से मिलते और मैं ये दुआ करता कि जल्द ही अपने परिवार से मिल पाऊंगा. तुम रौशनी और संगीत के साथ त्यौहार मनाते और मैं अपने साथियों के साथ बंकर में पड़ा रहता. शादियां हम दोनों ने ही की थीं, तुम्हारी पत्नी तुम्हें रोज देख पाती और मेरी ये दुआ करती कि मैं सलामत रहूं."कविता की अगली लाइनें पढ़ते हुए अनुपम ने कहा, "तुम्हें बिजनेस ट्रिप्स पर भेजा जाता और मैं लाइन ऑफ कंट्रोल पर रहता. हम दोनों ही वापस लौट आए. दोनों की ही पत्नियां अपने आंसू नहीं रोक सकीं. लेकिन तुमने उसे गले लगाया और उसके आंसू पोछ दिए..... लेकिन मैं नहीं कर सका."

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