सतीश कौशिक अपनी मृत्यु से एक दिन पहले होली मना रहे थे, फोटो खिंचवा रहे थे, दोस्तों के गले लग रहे थे. वो नहीं जानते थे कि ये उनका आखिरी दिन है. क्योंकि मृत्यु हमेशा बिना बताए आती है. और बिल्कुल ठीक समय पर आपके जीवन के दरवाजे पर doorbell बजा देती है. और सतीश कौशिक के साथ ऐसा ही हुआ.