190 देश में फैला 25 हजार करोड़ का ब‍िजनेस, आख‍िर इतने पैसे फ‍िल्में दिखाकर कैसे कमाता है Netflix?

नेटफ्लिक्स दुनिया की सबसे बड़ी स्ट्रीमिंग सर्विस है. क्या आप जानते हैं कि इस साल तक नेटफ्लिक्स का बाजार 252.71 बिलियन डॉलर या करीब 25 हजार करोड़ का रहा है? पूरी दुनिया में नेटफ्लिक्स के 260 मिलियन पेड सब्सक्राइबर्स हैं और 2023 में नेटफ्लिक्स का रेवेन्यू 33.7 बिलियन डॉलर था. देखा जाए, तो नेटफ्लिक्स बहुत बड़ा है. पर सवाल एक नहीं, कई उठते हैं- ये इतना बड़ा हुआ कैसे?

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नेटफ्लिक्स नेटफ्लिक्स

पारुल चंद्रा

  • नई दिल्ली,
  • 06 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 4:41 PM IST

आजकल OTT प्लेटफॉर्म्स की धूम है और अगर दर्शकों के सबसे पसंदीदा स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म की बात करें तो नेटफ्लिक्स पहले नंबर पर आता है. नेटफ्लिक्स दुनिया की सबसे बड़ी स्ट्रीमिंग सर्विस है. पर क्या आप जानते हैं कि इस साल तक नेटफ्लिक्स का बाजार 252.71 बिलियन डॉलर या करीब 25 हजार करोड़ का रहा है?

पूरी दुनिया में नेटफ्लिक्स के 260 मिलियन पेड सब्सक्राइबर्स हैं, जो अमेरिका की जनसंख्या से बस थोड़े ही ज़्यादा हैं. 2023 में नेटफ्लिक्स का रेवेन्यू 33.7 बिलियन डॉलर था. देखा जाए, तो नेटफ्लिक्स बहुत बड़ा है. पर सवाल एक नहीं, कई उठते हैं- ये इतना बड़ा हुआ कैसे? नेटफ्लिक्स पैसा कैसे कमाता है, या यूं कहें कि इतना सारा पैसा, कैसे कमाता है? नेटफ्लिक्स का बिजनेस मॉडल क्या है? आज इन्हीं सब सवालों के जवाब जानते हैं.

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कब बना था नेटफ्लिक्स?

नेटफ्लिक्स एक सब्सक्रिप्शन बेस्ड वीडियो ऑन डिमांड OTT स्ट्रीमिंग सर्विस है. इसमें टीवी शो, फिल्में, डॉक्यूमेंट्री और कई तरह का ऑरिजिनल कंटेंट उपलब्ध है. नेटफ्लिक्स आया था 1997 में, और इसे अमेरिका के Reed Hastings और Marc Randolph ने डीवीडी बाय मेल सर्विस के तौर पर बनाया था.

तब से लेकर अब तक नेटफ्लिक्स ने एक लंबा सफर तय किया है. ये डीवीडी बेचने के अपने असल काम से अलग है और फिलहाल दुनिया की सबसे लोकप्रिय स्ट्रीमिंग सर्विस में से एक है. इसकी लोकप्रियता का अंदाज़ा इसी बात से लगा लें कि नेटफ्लिक्स के पास दुनिया भर के 190 से भी ज़्यादा देशों के 260 मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं.

नेटफ्लिक्स कैसे काम करता है?

नेटफ्लिक्स एक बड़ी सी डिजिटल लाइब्रेरी की तरह है, जिसमें फिल्में और टीवी शो होते हैं, जिन्हें आप इंटरनेट के ज़रिए एक्सेस कर सकते हैं. आइए सरल भाषा में जानते हैं कि नेटफ्लिक्स कैसे काम करता है. सबसे पहले, आपको नेटफ्लिक्स का ऐप इंस्टॉल करके सब्सक्रिप्शन के लिए साइन अप करना होगा.

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आपको कई सब्सक्रिप्शन प्लान मिलेंगे जिनमें से आप अपनी पसंद का प्लान चुन सकते हैं. भारत में नेटफ्लिक्स के सब्सक्रिप्शन प्लान की बात करें, तो यहां 4 महीने के हिसाब से प्लान हैं-  मोबाइल के लिए 149 रुपए, बेसिक प्लान 199 रुपए, स्टैंडर्ड प्लान 499 रुपए और प्रीमियम प्लान 649 रुपए में आता है. एक बार सब्सक्राइब हो जाने के बाद, आप कैटलॉग ब्राउज करके जो चाहे देखें. आप कंटेंट डाउनलोड करके उसे बाद में भी देख सकते हैं.

नेटफ्लिक्स पैसा कैसे कमाता है?

नेटफ्लिक्स के पैसा कमाने के स्रोत हैं-  सब्सक्रिप्शन्स, पार्टनरशिप और एड रेवेन्यू. नेटफ्लिक्स के सब्सक्रिप्शन में तीन प्लान होते हैं -  स्टैंडर्ड विद एड्स, स्टैंडर्ड विदआउट एड्स और प्रीमियम, जो आमतौर पर एक महीने के लिए होते हैं. नेटफ्लिक्स के रेवेन्यू का सबसे बड़ा हिस्सा यानी करीब 90% सब्सक्रिप्शन और स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप्स से आता है, जबकि करीब 10% विज्ञापनों से आता है.

 नेटफ्लिक्स कितना पैसा कमाता है?

2023 में नेटफ्लिक्स का रेवेन्यू था 33.72 बिलियन डॉलर , और ये 2022 से 6.7% ज़्यादा था. 2022 में, इसका रेवेन्यू 31.61 बिलियन डॉलर था. 2023 में नेटफ्लिक्स को 5.4 बिलियन डॉलर का प्रॉफिट हुआ था, जबकि 2022 में नेटफ्लिक्स ने 4.5 बिलियन का मुनाफा हुआ था.

नेटफ्लिक्स का बिज़नेस मॉडल क्या है?

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नेटफ्लिक्स, एक सब्सक्रिप्शन बेस्ड बिज़नेस मॉडल को फॉलो करता है, क्योंकि इसका करीब-करीब 90% रेवेन्यू, सब्सक्रिप्शन से ही आता है. लेकिन सिर्फ सब्सक्रिप्शन से ही पैसा नहीं आता, आइए जानते हैं और कहां से कमाई करता है नेटफ्लिक्स.

1. डिस्ट्रीब्यूशन पार्टनरशिप

सब्सक्रिप्शन के अलावा कमाई का पहला जरिया है डिस्ट्रीब्यूशन पार्टनरशिप. नेटफ्लिक्स अक्सर टेलीकॉम कंपनी, केबल प्रोवाइडर्स, और मीडिया डिस्ट्रीब्यूटर्स के सात पार्टनरशिप करता है. ये कंपनियां अपने बंडल्ड पैकेज में नेटफ्लिक्स का ऐप प्री-इंस्टॉल करके या ऐड-ऑन सब्सक्रिप्शन देती हैं. इनके बीच रेवेन्यू-शेयरिंग एग्रीमेंट होता है. और इससे नेटफ्लिक्स को सब्सक्रिप्शन फीस का कुछ हिस्सा मिलता है.

2. डिवाइस पार्टनरशिप

समय-समय पर नेटफ्लिक्स सैमसंग और LG जैसी कंपनियों के साथ कोलैबोरेशन करता है. और इन कंपनियों के प्लैटफॉर्म्स पर नेटफ्लिक्स का ऐप प्री-इंस्टॉल्ड होता है. इनके साथ भी नेटफ्लिक्स रेवेन्यू शेयर करता है.

3. कंटेंट पार्टनरशिप

नेटफ्लिक्स कई मीडिया कंपनी, प्रोडक्शन स्टूडियो, या कंटेंट क्रिएटर्स के साथ को-प्रोडक्शन या लाइसेंसिंग एग्रीमेंट्स करता है. इससे कंपनी को अपनी ऑडियंस के लिए एक्सक्लूसिव कंटेंट बनाने में मदद मिलती है. इन पार्टनरशिप्स में भी रेवेन्यू-शेयरिंग होती है.

4. मार्केटिंग पार्टनरशिप

नेटफ्लिक्स अपने ओरिजनल कंटेंट, इवेंट या सब्सक्रिप्शन ऑफर्स को प्रमोट करने के लिए दूसरे ब्रैंड्स के साथ स्ट्रैटेजिक मार्केटिंग पार्टनरशिप्स करता है. इन पार्टनरशिप्स में आम तौर पर को-ब्रैंडिड मार्केटिंग कैंपेन, स्पॉन्सर्ड कंटेंट, या क्रॉस प्रमोशनल एक्टिविटी शामिल होती हैं. इससे नेटफ्लिक्स को अपनी रीच बढ़ाने और नए सब्सक्राइबर्स आकर्षित करने में मदद मिलती है.

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5. इंटरनेशनल एक्सपेंशन

पांचवां तरीका है इंटरनेशनल एक्सपेंशन या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार. जिन इलाकों में नेटफ्लिक्स स्थापित होने की कोशिश कर रहा है, वहां कंपनी लोकल मीडिया कंपनी, ब्रॉडकास्टर्स, या स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स के साथ पार्टनरशिप्स कर सकती है. इन पार्टनरशिप्स में रेवेन्यू-शेयरिंग अग्रीमेंट या जॉइंट वेंचर्स शामिल होते हैं ताकि नए मार्केट में आसानी से जगह बनाई जा सके. कुल मिलाकर, स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप्स और टाइ-अप, नेटफ्लिक्स की रेवेन्यू स्ट्रैटेजी में अहम भूमिका निभाते हैं.

नेटफ्लिक्स चलाने की लागत कितनी है?

डेटा के मुताबिक, 2022 में नेटफ्लिक्स को चलाने के लिए 25.98 बिलियन डॉलर की लागत आई थी. सुनने में ये भले ही बहुत ज़्यादा है, लेकिन नेटफ्लिक्स अपने ऑपरेशन्स पर इतना खर्च आराम से कर सकता है, क्योंकि 2023 में इसका ग्रॉस रेवेन्यू 33.7 बिलियन डॉलर रहा है. नेटफ्लिक्स को अपना रेवेन्यू कई जगह खर्च करना होता है.

इनमें लाइसेंसिंग कॉस्ट, प्रोडक्शन कॉस्ट, मार्केटिंग कॉस्ट, रसर्च और डेवलपमेंट कॉस्ट, टैकनॉलॉजी और डेवलपमेंट कॉस्ट और अन्य खर्चे शामिल होते हैं. इतने खर्चे के बाद ही आपको नेटफ्लिक्स पर स्मूथ वॉचिंग का एक्सपीरियंस मिलता है. अमेजन प्राइम वीडियो, डिज्नी हॉटस्टार, जी5, जियो सिनेमा जैसे तमाम OTT प्लेटफॉर्म्स भी इसी तरह कमाई करते हैं.

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