रानी मुखर्जी बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेज में से एक हैं. अपने करियर में रानी ने कई बढ़िया फिल्मों में काम किया है. एक्टिंग के साथ-साथ अपनी सोच को सामने रखने में भी रानी मुखर्जी पीछे नहीं रहती हैं. उनके बेबाक अंदाज के भी कई कायल हैं. बहुत-सी बार जरूरी बातचीत में रानी बॉलीवुड का पक्ष रखती दिखी हैं. हालांकि अब एक इंटरव्यू में उन्हें ऐसा करना भारी पड़ गया.
साउथ डायरेक्टर ने कही ये बात
हाल ही में एक राउंडटेबल इंटरव्यू में रानी मुखर्जी ने हिस्सा लिया था. यहां साउथ के डायरेक्टर पृथ्वी कोनानूर भी उनके साथ बैठे थे. फिल्मों और आइडिया को लेकर चल रही बातचीत में पृथ्वी ने कहा कि ईरानी सिनेमा आइडिया के मामले में न सिर्फ भारतीय सिनेमा से आगे हैं. इसपर रानी ने असहमति जताई.अब एक्ट्रेस ट्विटर (अब X) पर ट्रोल हो रही हैं.
पृथ्वी कोनानूर ने गलट्टा प्लस के राउंडटेबल में कहा था, 'मैं लोगों को ईरानी फिल्में देखने को कहता हूं. उन्हें देखो. आप उनकी फिल्मों और हमारी फिल्मों के बीच बाद फर्क देख सकते हैं. मुझे लगता है कि हम किसी न किसी कारण से ईरानी सिनेमा से पीछे हैं. ये मेरी सच्ची राय है. मैं लोगों से दरख्वास्त करता हूं कि ईरानी फिल्में देखें और समझे कि आइडिया के हिसाब से वो कितने एडवांस हैं, शायद टेक्नोलॉजी के हिसाब से नहीं, लेकिन आइडिया के हिसाब वो लोग कहां हैं.'
रानी मुखर्जी ने जताई असहमति
डायरेक्टर पृथ्वी की बात रानी मुखर्जी को सही नहीं लगी. उन्होंने बीच में डायरेक्टर की बात को काटते हुए कहा, 'तो मैं यहां कुछ कहना चाहती हूं, क्योंकि मुझे ये बात थोड़ी अच्छी नहीं लगी है, जो उन्होंने कहा कि हमें दूसरों के सिनेमा से सीखना चाहिए. मैं इस बात में विश्वास रखती हूं कि भारतीय सिनेमा दुनिया में बेस्ट है. तो मैं उनकी इस बात से सहमत नहीं हूं. मुझे माफ कीजिए, क्योंकि अगर आप कोई ऐसी फिल्म देखना चाहते हैं जो रूट्स से आई है तो आपको 12वीं फेल देखनी चाहिए. ये विधु विनोद चोपड़ा की बनाई बेहतरीन फिल्म है और ये भारत के बारे में बात करती है...'
एक्ट्रेस ने आगे कहा, 'इसमें सबकुछ बढ़िया ढंग से दिखाया गया है. मुझे लगता है कि हम भारत में सबसे ज्यादा अलग-अलग प्रकार की फिल्में बनाते हैं. जब आप भारत से बाहर की फिल्मों की बात करते हैं, उनके पास वो विभिन्नता नहीं है जो भारत के पास है. मेरा भरोसा है कि भारतीय सिनेमा के पास देने के लिए बहुत कुछ है और हम असल में दुनिया में बेस्ट हैं. मैं भारतीय सिनेमा की तुलना दुनिया के किसी और सिनेमा से नहीं करूंगी, क्योंकि हमारे पास सबसे असली कहानियां, जमीन से जुड़ी कहानियां हैं.'
यूजर्स को नहीं पसंद आई बात
रानी मुखर्जी की ये बात बहुत से सोशल मीडिया यूजर्स को पसंद नहीं आई. वायरल हो रहे इस वीडियो पर यूजर्स ने अपनी राय कमेंट की है. एक ने लिखा, 'यही होता है जब लोग अपने देश से बाहर की ज्यादा फिल्मों को नहीं देखते. रानी मुखर्जी का एक भी पॉइंट मतलब का नहीं है.' दूसरे ने लिखा, 'भारत बेस्ट है और हम बेस्ट फिल्में बनाते हैं बोलने का कोई मतलब नहीं है. दूसरों को ये बात हमारे लिए कहनी चाहिए. ये अहंकार भरी बात लग रही है.'
एक और यूजर ने रानी की बात को काउंटर करते हुए कमेंट किया, 'हम सही में हर तरह की फिल्म बनाते हैं लेकिन इससे हम ये नहीं कह सकते कि हम बेस्ट हैं. अगर रानी ने जो कहा वो सही है तो इंटरनेशनल सर्किट में हमारी फिल्में इतना संघर्ष क्यों करती हैं? हमारी ज्यादातर फिल्में घटिया और साधारण हैं.'
रानी मुखर्जी के प्रोजेक्ट्स की बात करें तो उन्हें पिछली बार फिल्म 'मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे' में देखा गया था. फिल्म 12वीं फेल की बात करें तो इसे विधु विनोद चोपड़ा ने बनाया था. इसमें विक्रांत मैसी ने लीड रोल प्ले किया था. फिल्म की कहानी आईपीएस अफसर मनोज कुमार के जीवन और स्ट्रगल पर आधारित है. ये फिल्म साल 2023 की स्लीपर हिट साबित हुई थी.
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