बड़े भाई ऋषि कपूर की फिल्म से राजीव ने रखा था इंडस्ट्री में कदम, क्यों बनाई लाइमलाइट से दूरी?

जिस तरह से कपूर खानदान के कलाकारों ने इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई वैसी पहचान राजीव कपूर नहीं बना सके. उनका करियर ग्राफ फिल्म राम तेरी गंगा मैली के इर्द-गिर्द ही घूमता रह गया.

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राजीव कपूर राजीव कपूर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 7:18 PM IST

कपूर खानदान के सदस्य और बॉलीवुड इंडस्ट्री का हिस्सा रहे राजीव कपूर का 58 साल की उम्र में निधन हो गया है. वे राज कपूर के बेटे थे और तीन भाइयों में सबसे छोटे थे. कपूर खानदान की भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में एक बहुत बड़ी विरासत रही है. पृथ्वीराज कपूर, राज कपूर, शशि कपूर, शम्मी कपूर और ऋषि कपूर समेत कई बड़े नामों के बीच कुछ नाम कहीं दबे भी रह गए. उन्हीं में से एक नाम था राजीव कपूर का. जिस तरह से कपूर खानदान के कलाकारों ने इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई वैसी पहचान राजीव कपूर नहीं बना सके. उनका करियर ग्राफ फिल्म राम तेरी गंगा मैली के इर्द-गिर्द ही घूमता रह गया. 

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राजीव कपूर का नाम जब भी जहन में आता है तब सिर्फ एक फिल्म का नाम ही मन-मस्तिष्क में तैरता है. वो है राम तेरी गंगा मैली का. वो फिल्म जिसे राजीव कपूर अपने करियर की पहली और आखिरी बड़ी फिल्म के रूप में जानते थे. ऐसा नहीं है कि उन्होंने करियर में सिर्फ एक ही फिल्म की. उन्होंने और फिल्मों में भी काम किया. उन्होंने फिल्मों का डायरेक्शन भी किया. मगर राजीव कपूर की एक बड़ी बात ये थी कि उन्होंने सच को कबूला. उस सच को जिसे कबूलना शायद उनके लिए इतना आसान नहीं था. उन्होंने ये माना की वे राजीव कपूर हैं, महान एक्टर राज कपूर के सबसे छोटे बेटे जिन्हें सिर्फ एक फिल्म की वजह से दुनिया जानती है. यही उनकी पहचान भी रही. लाइमलाइट से दूर, परिवार के बीच एक खुशमिजाज जिंदादिल इंसान. एक ऐसा इंसान जो अपने परिवार की चकाचौंध से परे रहा, खुद में सीमित और सरल.

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जब भाई ऋषि-रणधीर की मदद कर इंडस्ट्री में रखा कदम

करियर के शुरुआती दौर के बारे में बात करते हुए राजीव कपूर ने एक असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर इंडस्ट्री में कदम रखा. फिल्म थी प्रेम रोग. विधवा की शादी की थीम थी. घर में होने वाले सेक्शुअल अब्यूस पर भी फिल्म में बात की गई थी. इस फिल्म के जरिए उन्हें पहली बार एक्टिव काम और क्रेडिट मिला. वे फिल्म के असिस्टेंट डायरेक्टर थे. इसी के साथ भाई रणधीर कपूर की फिल्म बीवी ओ बीवी में भी वे असिस्टेंट डायरेक्टर थे. बता दें कि राजीव कपूर ने एक फिल्म का निर्देशन भी किया.

एक्टिंग छोड़ बने निर्माता-निर्देशक फिर ले लिया रिटायरमेंट

एक्टिंग में जब मामला नहीं जमा तब राजीव कपूर ने फिल्मों का निर्माण और निर्देशन शुरू किया. उन्होंने आ अब लौट चलें, हीना और प्रेम ग्रंथ जैसी फिल्मों का निर्माण किया. इसके अलावा उन्होंने प्रेम ग्रंथ का निर्देशन भी किया. उन्होंने साल 1996 में प्रेम ग्रंथ नाम से एक फिल्म बनाई थी जिसमें माधुरी दीक्षित मुख्य रोल में थीं. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी. साल 1985 में शुरू हुआ करियर साल 1999 तक सिमट गया. राजीव कपूर ने  फिल्मों से दूरी बना ली. 


 

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