सिंगर सुरेश वाडेकर ने हाल ही में अपने तीन नए गाने लॉन्च किए हैं जो भक्ति से जुड़े हैं. इस मौके पर उन्होंने आजतक संग खास बातचीत में अपने पुराने दिनों को याद किया. उन्होंने बताया की राजकपूर ने उनसे ऐसा क्या कहा था, जिसके बाद उनकी दुनिया बदल गई थी? सुरेश ने कहा कि जब फिल्म 'प्रेमरोग' के लिए आर के फिल्म से मुझे कॉल आया तो मैं रुका नहीं. मैं पहले से फिल्मों के लिए गाना गया करता था, लेकिन आर के फिल्म की फिल्म 'प्रेमरोग' के मेरे गानों के हिट होने के बाद, लोग मुझे जानने-पहचानने लगे थे. सबको पता चल गया था की एक मराठी सिंगर है जो हिंदी गाने भी अच्छी तरह गा सकता है.
'प्रेमरोग' से पहले मेरी रमन की गजल बहुत फेमस हुई थी. लोग मुझे थोड़ा बहुत ही जानते थे, लेकिन फिल्म 'प्रेमरोग' की बात ही अलग थी. मुझे याद है की फिल्म बन रही थी और राजकपूर साहब कोई सिंगर नई आवाज को ढूंढ रहे थे और खुद इन्वोलव थे. उस वक्त मुकेश जी नहीं रहे थे और लक्ष्मीकांत जी ने मेरी आवाज 'मेघा रे' गाने में सुनी थी और उन्होंने ही राजकपूर जी से मेरी सिफारिश की और कहा की इसकी आवाज भी बहुत अच्छी है. आप एक बार इसे भी बुलाकर सुनिए. मैं गया और मिला. राजकपूर साहब ने मुझे गाना दिया और बच्चों जैसा प्यार दिया, मैं वे दिन कभी नहीं भूल सकता. फिल्म के साथ उसके गाने भी खूब हिट रहे.
राजकपूर ने कही थी चौंकाने वाली बात
सुरेश ने बताया कि फिल्म 'प्रेमरोग' के बाद राजकपूर साहब ने सबके सामने मुझसे यह कहा था की जब तक मैं जिंदा हूं, मेरी सारी फिल्मों के लिए गाने सिर्फ सुरेश वाडेकर और लता मंगेशकर ही गाएंगे. मरते दम तक राज साहब ने अपना वादा निभाया. 1982 में आई फिल्म 'प्रेमरोग' में मैने छह में से चार गाने गए, जिसमें भवरें ने खिलाया फूल, में हूं प्रेमरोगी, मेरी किस्मत, मैं तू नहीं शायद और मोहब्बत है क्या चीज, सॉन्ग्स शामिल हैं. सभी को ये बहुत पसंद आए और मेरी लता जी की जोड़ी को खूब पसंद किया गया. सुरेश आगे कहते हैं कि मैं उनका सारी उम्र ऋणी रहूंगा. कपूर परिवार के हर एक सदस्य ने मुझे एक परिवार के सदस्य जैसा महसूस कराया और जीवन के हर मोड़ पर मेरे लिए खड़े रहे.
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रिलीज हुए गानों को लेकर सुरेश वाडेकर ने कही यह बात
70 से ज्यादा हिंदी और मराठी फिल्मों में अपनी आवाज दे चुके सुरेश वाडेकर ने बताया की यह वक्त देश के लिए, हमारे लिए, हर किसी के लिए यह बहुत मुश्किल भरा है. ऐसे में मैं अपनी तरफ से संगीत के माध्यम से लोगों को अध्यात्म और मेंटल पीस देने के लिए प्रयास कर रहा हूं. लोग थोड़ा हल्का महसूस करेंगे. मैंने अपने तीन चैनल शुरू किए है, सुरेश वाडेकर अजीवसन चैनल, जिसमें आपको भक्ति से भरा सारा कॉन्टेंट मिलेगा. अच्छे और प्रशिक्षित गायक उसे गाएंगे जो बड़ा ही मनोरम और कर्ण प्रिय होगा. बस मैं ईश्वर से यही प्रार्थना करना चाहूंगा की जल्द ही हम इस महामारी से छुटकारा पाएं और अपने-अपने जीवन में आगे बढ़ते रहें.
अनुराग गुप्ता