Uttar Pradesh Election: 2022 में लखनऊ के लिए हो रही सियासी लड़ाई में चुनाव के नाम पर राजनीति की हर मर्यादा को घायल किया जा रहा है, जीत की चाह में नेता हर हद को तोड़ते जा रहे हैं. इस चुनाव में बयानबाजी तो हो ही रही है लेकिन इस बीच ऐसा लग रहा है जैसे जनता के मुद्दे भी गायब हो चले हैं. उत्तर प्रदेश में करीब 24 करोड़ जनता है जिसमें से 15 करोड़ गरीब शामिल हैं. जिस प्रदेश में गरीबों की संख्या इतनी ज्यादा हो वहां भी अगर जनता के मुद्दे चुनाव से पहले न उठाए जाएं तो ये सोचने पर मजबूर करता है. इसीपर देखें आजतक की ये ख़ास रिपोर्ट.
Poverty, unemployment and development are not the main issues in Uttar Pradesh Election 2022 anymore instead mafias and riots are the issues on which political parties seem more focused. Watch this video to know more.