यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में एक विधानसभा सीट है कपिलवस्तु विधानसभा सीट. इस विधानसभा क्षेत्र की उत्तरी सीमा नेपाल के रूपनदेही जिले से लगी है वही दक्षिण में बस्ती जिला है. पूर्व में महराजगंज जिला और पश्चिम में बलरामपुर जिला है. कपिलवस्तु विधानसभा सीट के पिपरहवा को शाक्य महाजनपद की राजधानी माना जाता है.
विश्व को शांति एवं अहिंसा का उपदेश देने वाले महात्मा गौतम बुद्ध की क्रीड़ा स्थली के रूप में ये विश्व विख्यात है. गौतम बुद्ध ने अपने जीवन के शुरुआती 29 साल यहीं बिताए थे. विभिन्न देशों के बौद्ध धर्मावलंबी यहां भारी संख्या में पहुंचते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में काला नमक और चावल का उत्पादन होता है. इस चावल को भगवान बुद्ध का प्रसाद माना जाता है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
कपिलवस्तु विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो 2012 के विधानसभा चुनाव से पहले ये विधानसभा सीट, नौगढ़ विधानसभा सीट के नाम से जानी जाती थी. इस विधानसभा सीट के लिए देश की आजादी के बाद साल 1951 में पहली दफे चुनाव हुए थे. इस सीट पर अब तक 17 दफे विधानसभा चुनाव हो चुके हैं.
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कपिलवस्तु विधानसभा सीट का नाम पहले चुनाव में बांसी नॉर्थ था. 1957 में इसका नाम नौगढ़ विधानसभा रखा गया. इस सीट का नाम 14 चुनाव के बाद 2012 के विधानसभा चुनाव में फिर बदला और कपिलवस्तु विधानसभा सीट नाम रखा गया. इस विधानसभा सीट से 1951, 1957, 1969, 1977, 1980, 2007 में कांग्रेस के उम्मीदवार जीते थे.
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कपिलवस्तु विधानसभा सीट से जनसंघ और बीजेपी के उम्मीदवार इस सीट से 1962, 1967, 1974, 1985, 1991, 1993, 1996, 2017 में विधानसभा जीते. 2002 और 2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार विजयी रहे थे. ये सिद्धार्थनगर जिले की एकमात्र सुरक्षित सीट है. सुरक्षित सीट होने के बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव यानी 2012 के चुनाव में यहां से समाजवादी पार्टी (सपा) के विजय कुमार पासवान जीते थे.
2017 का जनादेश
कपिलवस्तु विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर निवर्तमान विधायक विजय कुमार मैदान में थे. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने श्यामधनी को उम्मीदवार बनाया था. बीजेपी के टिकट पर उतरे श्यामधनी ने सपा के विजय कुमार को हराकर कमल खिला दिया. बसपा के चंद्रभान तीसरे स्थान पर रहे थे. इस सीट का मिजाज बदलाव का रहा है.
सामाजिक ताना-बाना
कपिलवस्तु विधानसभा क्षेत्र के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां करीब साढ़े चार लाख मतदाता हैं. कपिलवस्तु विधानसभा सीट की गिनती एससी एसटी बाहुल्य सीट के रूप में होती है. एससी और एसटी के बाद इस विधानसभा क्षेत्र में अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं. इस सुरक्षित सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार को एक दफे भी जीत नहीं मिली है.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
कपिलवस्तु विधानसभा के विधायक श्यामधनी राही हिंदू युवा वाहिनी से जुड़े रहे हैं. हिंदू युवा वाहिनी से जुड़े होने की वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उनके पुराने ताल्लुक हैं. इनका जन्म 3 जुलाई 1952 को धौरीकुइयां नामक गांव मे राम नाथ के यहां हुआ था. श्यामधनी ने बुद्ध विद्यापीठ महाविद्यालय नौगढ़ से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की. श्यामधनी 2017 के विधानसभा चुनाव में पहली बार चुनाव मैदान में उतरे और जीते भी. श्यामधनी का दावा है कि उनके कार्यकाल में लगभग 208 करोड़ रुपये की लागत से 52 सड़कें बनवाई.
(रिपोर्टः अनिल तिवारी)
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