प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को कोयंबटूर पहुंचे हैं. प्रधानमंत्री ने यहां पहुंचकर तमिलनाडु के पूर्व सीएम एमजी रामचंद्रन और जे जयललिता को श्रद्धांजलि दी. रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSMEs) की सहायता के लिए भारत सरकार द्वारा कई जरूरी कदम उठाए गए हैं. इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम ऐसे ही प्रयासों का एक उदाहरण है. कोविड के बाद के समय में यह स्कीम काफी महत्वपूर्ण होने वाली है. तमिलनाडु के लोगों को इस स्कीम का बड़ा फायदा हुआ है.
उन्होंने आगे कहा कि तमिलनाडु सरकार ने संघवाद का बढ़िया उदाहरण पेश किया है. समस्याओं का समाधान निकालने और लोगों के हित के लिए राज्य सरकार ने केंद्र के साथ मिलकर काम किया है. इस दौरान प्रधानमंत्री ने तिरुप्पुर, मदुरै और तिरुचिरापल्ली जिलों में 4,144 घरों का उद्घाटन किया और कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी.
पीएम मोदी ने कहा कि भवानी सागर बांध को आधुनिक बनाने की परियोजना की आधारशिला रखी जा रही है. इससे करीब दो लाख एकड़ जमीन की सिंचाई की व्यवस्था हो जाएगी. भारत के औद्योगिक विकास में तमिलनाडु अहम भूमिका निभा रहा है और इसके विकास के लिए लगातार पावर सप्लाई मिलना जरूरी है.
पीएम मोदी ने कहा, मैं कोयंबटूर आकर प्रसन्न हूं. यह इनोवेशन का शहर है. आज हम यहां कई विकास कार्य शुरू कर रहे हैं जो कोयंबटूर और पूरे तमिलनाडु को लाभ पहुंचाएंगी.
पीएम मोदी ने कहा कि सागरमाला योजना बताती है कि भारत सरकार बंदरगाह आधारित विकास के लिए प्रतिबद्ध है. साल 2014 से 2035 तक के लिए छह लाख करोड़ रुपये से अधिक की करीब 575 परियोजनाएं चिह्नित की गई हैं. इनमें बंदरगाह आधुनिकीकरण, नए बंदरगाहों का विकास, बेहतर कनेक्टिविटी और बंदरगाहों से जुड़ा औद्योगीकरण शामिल हैं.
तमिलनाडु और पुडुचेरी समेत देश के 5 राज्यों में जल्द ही विधानसभा चुनाव की घोषणा होने वाली है. ऐसे में पीएम मोदी की यह यात्रा बेहद महत्वपूर्ण हो जा रही है, क्योंकि बीजेपी यहां पर ज्यादा से ज्यादा सीटें लाना चाहती है.
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