मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर NDA से लोकदल ने भाजपा नेत्री मिथलेश पाल को अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है. जिसके चलते स्थानीय कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी देखने को मिल रही थी, क्योंकि लोकदल से भी टिकट को लेकर एक लंबी फेहरिस्त बताई जा रही थी. ऐसा माना जा रहा था कि भाजपा नेत्री को टिकट देने के बाद मुजफ्फरनगर में लोकदल और बीजेपी नेताओं के बीच आपसी नाराजगी उत्पन्न हो गई है.
इस आपसी नाराजगी को लेकर जहां अभी तक लोकदल या बीजेपी के किसी भी नेता का कोई भी बयान सामने नहीं आया है, इसी बीच आज राष्ट्रीय लोकदल ने एक कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाया था.
इसमें प्रत्याशी मिथलेश पाल ने सबसे पहले हाथ जोड़कर सभी कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया. मंच से कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मिथलेश पाल ने अपनी झोली तक फैला दी. उन्होंने कहा कि अपनी बहन को क्षमा कर दो और 13 तारीख को वोटिंग के दिन भात भर दो, ये टिकट मेरा नहीं, ये आम जनता का टिकट है. सर्व समाज का टिकट है. हर घर का टिकट है. मैं यही कहना चाहती हूं कि अपनी बहन का ऐसा भात भर दो कि लोग देखते रह जाएं कि मुझे मीरापुर और सर्व समाज के लोगों ने जिताया है.
इस दौरान जब मिथलेश पाल से झोली फैलाकर भात के रूप में वोट मांगने का सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा कि सदियों से यह प्रथा चली आ रही है कि गांव के ही नहीं, बल्कि पूरे जिले के लोग एकत्र होकर बहन की शादी में भात दिया करते थे. इसलिए आज भी वही स्थिति है. जिसके चलते सर्वसमाज के लोग ही नहीं, मुस्लिम समाज के लोग भी अपनी इस बहन को भात के रूप में वोट का सपोर्ट करेंगे.
संदीप सैनी