राजस्थान की 'Poll पहेली', पिछली बार से ज्यादा वोट पाकर भी कैसे छूमंतर हो गईं कांग्रेस की 30 सीटें?

राजस्थान में बीजेपी ने कांग्रेस को हरा दिया है. यहां बीजेपी के 2 प्रतिशत वोट बढ़े और 42 सीटें बढ़ गईं हैं. वहीं, कांग्रेस की 30 सीटें घट गईं, लेकिन उसका वोट परसेंट 0.3 फीसदी बढ़ गया है. इस बार बीजेपी ने चुनावी परिणामों से सभी को चौंका दिया है.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

aajtak.in

  • जयपुर,
  • 04 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 1:59 PM IST

राजस्थान के चुनावी नतीजों ने इस बार सभी को हैरान कर दिया. यहां बीजेपी ने कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार को परास्त करने में कामयाबी हासिल करते हुए स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है. इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 115 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं, कांग्रेस महज 69 सीटों पर सिमटकर रह गई.

वोट शेयर के हिसाब से देखा जाए तो बीजेपी को 41.69 फीसदी वोट मिले. वहीं, कांग्रेस को 39.53 प्रतिशत वोट मिले. पांच साल पहले 2018 में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनावों पर गौर करें तो तब बीजेपी को 39.3 फीसदी और कांग्रेस को 39.8 फीसदी वोट मिले थे. उस समय बीजेपी 73 सीटों पर विजयी हुई थी और कांग्रेस को 99 सीटें मिली थीं.

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कांग्रेस की सीटों में जबरदस्त गिरावट

पिछले और इस बार के चुनावों का एनालिसिस किया जाए तो बीजेपी का वोट शेयर सिर्फ 2 प्रतिशत बढ़ा है, लेकिन उनकी सीटें 42 बढ़ गई हैं. वहीं, कांग्रेस की बात की जाए तो पार्टी का वोट प्रतिशत पिछले चुनाव के मुकाबले 0.3% फीसदी घट गया है, लेकिन सीटों में जबरदस्त गिरावट आई है और उसकी 30 सीटें कम हो गई हैं.

अगले सीएम पर टिकी है सभी की नजर

राजस्थान में हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन का रिवाज रहा है. इस बार भी यह रिवाज कायम रहा और अशोक गहलोत के नेतृत्व में चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा. कल आए चुनावी परिणाम के बाद अब सभी की नजर अगले मुख्यमंत्री को लेकर टिकी हुई है. सीएम के पद के लिए बाबा बालकनाथ से लेकर दीया कुमारी तक का नाम चल रहा है.

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हार पर क्या बोले कांग्रेस नेता जयराम रमेश

तीन राज्यों में कांग्रेस की हार पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक और उम्मीदों के मुताबिक जरूर नहीं रहा है, लेकिन वोट शेयर यह बताता है कि कांग्रेस अपनी प्रतिद्वंद्वी भाजपा से ज्यादा पीछे नहीं है. उन्होंने आगे लिखा कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी को 46.3% तो कांग्रेस को 42.2% वोट मिले. वहीं. मध्य प्रदेश में बीजेपी को 48.6% तो कांग्रेस को 40.4% वोट मिले. इससे ये साबित होता है कि एक दिन भारत जरूर जुड़ेगा.

वो सीटें, जहां 1500 से भी कम वोटों से हारी कांग्रेस

- भादरा सीट से बीजेपी के संजीव कुमार 1132 वोटों के मार्जिन से जीते.

- कोटपूतली से बीजेपी के हंसराज पटेल महज 321 वोटों के मामूली अंतर से जीते हैं.

- हवा महल से बीजेपी के बालमुकुंदाचार्य 974 वोटों से जीते.

- कठूमर से बीजेपी के रमेश खींची 409 वोटों से जीते.

- नसीराबाद से रामस्वरूप लांबा 1135 वोटों से जीते.

- जहाजपुर से गोपीचंद मीणा 580 वोटों से जीते.

BAP के भी तीन उम्मीदवार जीते

इन दोनों पार्टियों के अलावा राजस्थान में एक नए दल भारत आदिवासी पार्टी के खाते में तीन सीटें आई हैं. मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने यहां दो सीटें जीती हैं. वहीं, रालोद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को भी एक-एक सीट मिली है. इतना ही नहीं, राजस्थान में आठ निर्दलीय चुनाव जीते हैं.

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किस क्षेत्र में कौन सी पार्टी रही अव्वल

1) अहिरवाल: इस क्षेत्र में कुल 22 सीटें हैं. इनमें से 10 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है जबकि कांग्रेस नौ सीटों पर आगे है. रालोद, बसपा और निर्दलीय के खाते में एक-एक सीट आई है.

2) हाड़ौती: यहां कुल 17 सीटें हैं. इनमें से बीजेपी को 11 और कांग्रेस को छह सीटों पर जीत मिली है.

3) जयपुर: इस क्षेत्र में कुल 44 सीटें हैं जिनमें से बीजेपी के खाते में 30 और कांग्रेस के खाते में 14 सीटे आई हैं.

4) जैसलमेर-बीकानेर: यहां कुल 20 सीटें हैं. जिनमें से बीजेपी ने 11, कांग्रेस ने 7 और निर्दलीय के खाते में एक सीट आई है.

5) मारवाड़: इस क्षेत्र में कुल 41 सीटे हैं. इनमें से बीजेपी को 25, कांग्रेस को 11, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को 2 जबकि निर्दलीयों के खाते में तीन सीटें आई हैं.

6) मेवाड़: यहां कुल 35 सीटें हैं. इनमें से बीजेपी के खाते में 24, कांग्रेस के खाते में छह, बीएडीवीवी के खाते में तीन और निर्दलीय के खाते में दो सीटें आई हैं.

7) शेखावटी: इस क्षेत्र में कुल 21 सीटें हैं. इनमें से कांग्रेस के खाते में 14, बीजेपी के खाते में छह जबकि बसपा के खाते में एक सीट आई है.

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गहलोत के 12 मंत्री हारे

बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. लेकिन अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस बुरी तरह पस्त हो गई. कांग्रेस के 12 मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा. इसमें गोविंद राम मेघवाल, भंवर सिंह भाटी, रमेश मीणा और विश्वेन्द्र सिंह जैसे मंत्री शामिल हैं. राजस्थान सरकार में मंत्री गोविंद राम मेघवाल खाजूवाला विधानसभा सीट से चुनाव हार गए. उन्हें बीजेपी के विश्वनाथ मेघवाल ने पटखनी दी. वहीं, मंत्री भंवर सिंह भाटी को भी कोलायत सीट से हार का मुंह देखना पड़ा. बीजेपी के अंशुमान सिंह भाटी के हाथों उन्हें शिकस्त मिली.

इन हाईप्रोफाइल सीटों पर थी सबकी नजर

- अलवर विधानसभा क्षेत्र में तिजारा से बीजेपी के बाबा बालकनाथ 6,173 वोट से जीत गए. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार इमरान खान को हरा दिया.

- राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल खींवसर विधानसभा सीट से 79492 वोटों से जीत गए.

- बीजेपी उम्मीदवार सतीश पूनिया अंबर सीट से हार गए. उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार से 9,092 वोटों से हार का सामना करना पड़ा.

- राजस्थान के टोंक से सचिन पायलट 105812 वोटों से जीत गए.

- झालावाड़ जिले की चार विधानसभा क्षेत्र में से तीन पर बीजेपी और एक पर कांग्रेस जीती है.

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- नाथद्वारा सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता सीपी जोशी चुनाव हार गए. उन्होने कहा कि वे जनता के फैसले को स्वीकार करते हैं.

- बीजेपी की दीया कुमारी ने 71368 वोटों से जीत दर्ज की.

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