लुधियाना शहर में पड़ने वाली उत्तरी विधानसभा हलके पर हमेशा से ही कांग्रेस का दबदबा देखने को मिला है. यहां से कांग्रेस के राकेश पांडे कुल 6 बार विधायक चुने गए हैं. पिछली बार उन्होंने अकाली-भाजपा के प्रवीण बंसल को हराया था. राकेश पांडे को कुल 48216 और प्रवीण बंसल को 46048 वोट पड़े थे. इस हलके से मात्र एक बार भाजपा के राकेश बेदी चुने गए थे. वह भी इसलिए क्योंकि कांग्रेस के बागी मदनलाल बग्गा चुनावी मैदान में आजाद उम्मीदवार के तौर पर उतरे थे और उन्होंने कांग्रेस की लगभग 22000 वोट काट दिए थे.
इसी वजह से राकेश पांडे को हार का मुंह देखना पड़ा था लेकिन ना उससे पहले ना उसके बाद कभी भी कोई पार्टी कांग्रेस के राकेश पांडे को हरा पाई है. हालांकि लोग ज्यादातर राकेश पांडे से खुश नहीं हैं. लेकिन ऐसा माना जाता है कि यहां पर कांग्रेस को मानने वाले ही ज्यादा वोटर हैं जो हर बार उन्हें ही जिता कर विधानसभा भेज देते हैं.
इस बार अकाली और भाजपा ने अपने रास्ते अलग कर लिए हैं अकाली ने बसपा के साथ गठबंधन कर लिया है जिससे अब उनकी ताकत और कमजोर हो गई है. लेकिन इस बार यहां से आम आदमी पार्टी कांग्रेस के राकेश पांडे को जरूर टक्कर दे सकती है.
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2022 के चुनावों में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच ही मुकाबला रहने की उम्मीद है. इस हलके की मुख्य समस्या यहां से गुजरता गंदा नाला है जो सदियों से ऐसे ही बहता चला जा रहा है. जिसे साफ करवाने के लिए हमेशा वायदे किए जाते हैं लेकिन होता कुछ नहीं है. राकेश पांडे 66 वर्ष के हैं और उनके 3 बेटे हैं. उनमें से एक बेटे को हाल ही में नायब तहसीलदार की पोस्ट दी गई है जिसका बहुत विरोध हुआ था. गौरतलब है कि पांडे के पिता जोगिंदर पाल पांडे का आतंकवादियों ने कत्ल कर दिया था.
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