कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी की रायबरेली और अमेठी सीट पर मोर्चा संभाल लिया है. वे लगातार दोनों सीटों पर चुनाव प्रचार कर रही हैं और कार्यकर्ताओं से लेकर नेताओं तक के साथ बैठकों में फीडबैक ले रही हैं. गुरुवार को प्रियंका गांधी ने अमेठी में पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरा. प्रियंका ने कहा, मैं ये चुनाव जीतकर ही वापस जाऊंगी. मैं अमेठी की इस पवित्र धरती पर सही राजनीति वापस लेकर आऊंगी.
प्रियंका ने जनसभा में कहा, आप कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं, आप अमेठी के कार्यकर्ता हैं. आपने अमेठी में भीषण परिस्थितियों में चुनाव लड़े हैं. डटकर लड़े हैं और हिम्मत से लड़े हैं. कभी पीछे नहीं हटे हैं. ये चुनाव भी आप इसी तरह लड़ें, जैसे ये जनता का चुनाव है. BJP को धन-बल से लड़ने दें. हम जनता के बल से लड़ेंगे. हम ये लड़ाई अपनी मिट्टी के लिए, संविधान के लिए, लोकतंत्र के लिए, अपने देश के लिए लड़ रहे हैं. ये चुनाव आप अपने लिए नहीं लड़ रहे हो, ये चुनाव किशोरी लाल शर्मा के लिए नहीं लड़ रहे हो. ये आप अपनी धरती के लिए लड़ रहे हो.
'चुनाव जीतकर यहां से वापस जाऊंगी'
प्रियंका ने आगे कहा, मन बनाओ तो कोई नहीं हरा पाएगा. मैं इस चुनाव को जीतकर यहां से जाऊंगी. मैं आपके बीच आऊंगी और आपके साथ लड़ूंगी. मैं अमेठी की इस पवित्र धरती पर सही राजनीति, सत्य की राजनीति वापस लाने के लिए लड़ूंगी. कोई हमें हरा नहीं पाएगा. ये वचन मैं आपको देकर जा रही हूं.
'जीवन में सिर्फ पिताजी को पूजा है'
प्रियंका गांधी का कहना था कि मैंने अपने जीवन में सिर्फ एक इंसान को पूजा है, वो मेरे पिताजी हैं. अमेठी मेरे पिताजी की कर्मभूमि है, इसलिए मैं इस भूमि को भी पूजती हूं. ये भूमि मेरे और राहुल के लिए पवित्र भूमि है. किशोरी लाल शर्मा यहां पर चालीस वर्षों से राजनीति कर रहे हैं. इस संसदीय क्षेत्र का गांव-गांव कोई जानता है तो वो किशोरी लाल जी हैं. हमने जितनी श्रद्धा से आपके लिए काम किया है, उतनी ही श्रद्धा से किशोरी लाल जी ने भी आपके लिए काम किया है, इसलिए आज इनका हक बनता है कि ये आपके प्रतिनिधित्व के लिए खड़े हों.
रायबरेली में प्रियंका का भावुक करने वाला भाषण
इससे पहले प्रियंका ने रायबरेली के हरदासपुर में कहा, मोदी जी शहीद इंदिरा गांधी को देशद्रोही बोलते हैं. इंदिरा जी ने देश के लिए कुर्बानी दी. इंदिरा जी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बांग्लादेश को अलग कर दिया. उनको देशद्रोही बोलते हैं. चीन देश में घुस आया है और खुद चुप बैठे हैं. राजीव गांधी जी को देशद्रोही बोलते हैं, जो सेवा का जज्बा लिए देश के लिए शहीद हो गए. मां शहीद हुईं तो बेटा खड़ा हो गया. बेटा शहीद हुआ तो उनकी विधवा पत्नी खड़ी हो गईं. आज उसका बेटा आपके पास आया है. आज ये लोग कहते हैं- शहादत के नाम पर वोट मांगने आये हैं. हम शहादत के नाम पर कुछ मांगने नहीं आये हैं. हम सिर्फ ये कहने आए हैं कि हम पीढ़ी दर पीढ़ी आपकी सेवा करेंगे. एक को मार डालो, दूसरा खड़ा हो जाएगा. दूसरे को मार डालो. तीसरा खड़ा हो जाएगा. तीसरे को मार डालो. चौथा खड़ा हो जाएगा. हमें कुछ भी कर लो, सेवा करने से हमें कोई रोक नहीं पाएगा. हमें विरासत में धन-दौलत नहीं मिली, हमें विरासत में जनता का प्यार मिला, सेवा और शहादत का जज्बा मिला. चाहे कोई कुछ भी कर ले, हमारे दिलों से ये सेवा का जज्बा नहीं निकाल पायेगा.
प्रियंका ने कहा, 5 किलो राशन से भविष्य नहीं बनने वाला है. इससे आप 'आत्मनिर्भर' नहीं बनेंगे. अगर मैं आपसे पूछूं कि आप रोजगार और 5 किलो राशन में से क्या चुनेंगे तो आप निश्चित तौर पर रोजगार चुनेंगे. यह आपको आत्मनिर्भर बनाएगा. आपको यह समझने की जरूरत है कि जो राजनीतिक दल ऐसी नीतियां बना रहा है, जहां आप 'आत्मनिर्भर' नहीं, बल्कि निर्भर हो जाएंगे, ऐसी पार्टी की विचारधारा सही नहीं है.
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