भारतीय जनता पार्टी ने कुछ दिन पहले ही लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पहली लिस्ट जारी की तो इसमें कुछ मौजूदा सांसदों के टिकट काट दिए गए. जिन भी सांसदों का टिकट कटा, उनमें से अधिकांश ने पार्टी के फैसले को स्वीकार कर लिया, लेकिन एक सांसद ऐसा भी था जिसने टिकट कटने के साथ ही बगावती तेवर अपना लिए. यहां बात हो रही है राजस्थान के चूरू से दो बार लोकसभा सांसद रहे राहुल कस्वां की, जो अब कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं.
सूत्रों की मानें तो भाजपा सांसद राहुल कस्वां सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं और आगामी लोकसभा चुनाव चूरू से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं. टिकट काटे जाने के बाद सांसद राहुल कस्वां ने गहरी नाराजगी जताई थी और और सोशल मीडिया पर पूछ, "आखिर मेरा अपराध क्या था?" भाजपा ने इस सीट से पैरालंपिक में दो बार स्वर्ण और एक बार रजत पदक जीतने वाले देवेन्द्र झाझरिया को मैदान में उतारा है.
एक्स पर पोस्ट कर जताई थी नाराजागी
एक्स पर एक पोस्ट में कस्वां लिखा था, 'आखिर मेरा अपराध क्या था? क्या मैं ईमानदार नहीं था? क्या मैं मेहनती नहीं था? क्या मैं वफादार नहीं था? क्या मैं दागदार था? क्या मैंने काम पूरा करने में कोई कसर छोड़ी थी. प्रधानमंत्री की सभी योजनाओं के कार्यान्वयन में मैं सबसे आगे था. और क्या चाहिए था? जब भी मैंने यह सवाल पूछा, हर कोई अवाक रह गया. इसका जवाब कोई नहीं दे पा रहा है.'
राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं कस्वां
राहुल कस्वां के पिता राम सिंह चूरू से बीजेपी सांसद और विधायक रह चुके हैं. उनकी मां कमला कस्वां सादुलपुर से बीजेपी विधायक रह चुकी हैं. राहुल कस्वां के अलावा राजस्थान में जिन मौजूदा सांसदों को आगामी चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया गया उनमें रंजीता कोली (भरतपुर), देवजी पटेल (जालौर), अर्जुन लाल मीणा (उदयपुर) और कनकमल कटारा (बांसवाड़ा) शामिल हैं. हालाँकि, पार्टी ने अभी तक राज्य की 10 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है.
देव अंकुर