मंत्री अशोक चौधरी की बेटी को टिकट, बागी सांसद को भी मौका... चिराग पासवान ने LJP कोटे की सभी सीटों पर उतारे उम्मीदवार

खगड़िया और समस्तीपुर से भी नए चेहरों को पार्टी ने मौका दिया है. चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के लोगों पर भरोसा करने की बजाय बाहरी उम्मीदवार पर दांव लगाया है. अब तक उनकी पार्टी के साथ सक्रिय नहीं रहने वाली शांभवी चौधरी और राजेश वर्मा को चिराग ने मौका दिया है. 

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चिराग पासवान- फाइल फोटो चिराग पासवान- फाइल फोटो

शशि भूषण कुमार

  • पटना,
  • 30 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 7:00 PM IST

लंबे इंतजार के बाद आखिरकार चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के पांच उम्मीदवारों की आधिकारिक तौर पर घोषणा कर दी है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की तरफ से 5 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई है. इसमें पहले से तय हाजीपुर सीट पर चिराग पासवान का नाम है तो वहीं जमुई सीट पर नामांकन कर चुके चिराग के बहनोई अरुण भारती का नाम भी शामिल है.

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सबसे दिलचस्प बात यह है कि चिराग पासवान ने उनसे बगावत करने वाली सांसद वीणा देवी को एक बार फिर से वैशाली में मौका दे दिया है. चिराग पासवान वीणा देवी को लेकर खुले मंच से यह बात कहते रहे हैं कि गद्दारों को मौका नहीं देंगे लेकिन आखिरकार उन्होंने वीणा देवी को फिर से मौका दे दिया है.

यह भी पढ़ें: पिता रामविलास की परंपरागत हाजीपुर सीट से ही चुनाव लड़ेंगे चिराग पासवान, किया ऐलान

शांभवी चौधरी और राजेश वर्मा को मौका
खगड़िया और समस्तीपुर से भी नए चेहरों को पार्टी ने मौका दिया है. चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के लोगों पर भरोसा करने की बजाय बाहरी उम्मीदवार पर दांव लगाया है. अब तक उनकी पार्टी के साथ सक्रिय नहीं रहने वाली शांभवी चौधरी और राजेश वर्मा को चिराग ने मौका दिया है. 

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शांभवी चौधरी जनता दल यूनाइटेड के नेता और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी हैं. वह पूर्व आईपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल की बहू भी हैं और उनके बारे में पहले जमुई से चुनाव लड़ने की चर्चा थी. हालांकि अब चिराग पासवान ने इन्हें समस्तीपुर सुरक्षित सीट से उम्मीदवार बनाया है. शांभवी पहली दफे राजनीति में कदम रख रही हैं और वह भी चिराग की पार्टी से उम्मीदवार बनकर. 

राजेश वर्मा को खगड़िया से मौका
राजेश वर्मा को चिराग पासवान ने खगड़िया से उम्मीदवार बनाया है. राजेश वर्मा इसके पहले विधानसभा का चुनाव चिराग की पार्टी से लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें जीत हासिल नहीं हुई थी. बाद में उन्हें भागलपुर में जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई लेकिन उन्होंने इस जिम्मेदारी को नहीं निभाया. अब एक बार फिर से उन्हें अचानक से खगड़िया का उम्मीदवार बना दिया गया है. चिराग की पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए भी ये नाम नाम चौंकाने वाला है. 

आपको बता दें कि चिराग पासवान की पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण कुमार ने दो दिन पहले ही नाराज होकर इस्तीफा दे दिया था और आगे आने वाले दिनों में चिराग की पार्टी छोड़ने वाले नेताओं की तादाद और बढ़ सकती है.

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