महाराष्ट्र की नागपुर लोकसभा सीट पर पहले चरण में 11 अप्रैल को सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हो जाएगी. नागपुर संसदीय सीट देश की टॉप 5 सीटों में गिनी जाती है. यहां से मोदी सरकार के कद्दावर मंत्री नितिन गडकरी चुनाव लड़ रहे हैं. मतदान से एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आजतक से खास बातचीत में दावा किया कि वो यहां से पिछली बार से भी ज्यादा मतों से जीतेंगे, क्योंकि उन्होंने नागपुर क्षेत्र में जो विकास और काम किया है, उसको ध्यान में रखकर जनता वोट करेगी.
नागपुर सीट पर भारतीय जनता पार्टी के नितिन गडकरी के सामने कांग्रेस ने नाना पटोले को चुनाव मैदान में उतारा है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी गुरुवार सुबह 9:30 बजे महाल इलाके के कॉरपोरेशंस स्कूल में वोट डालेंगे. वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस वीआईपी रोड के एनएमसी स्कूल स्थित मतदान केंद्र पहुंचकर वोट डालेंगे, जबकि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत महाल के दफ्तरी शाला में सुबह 7 बजे वोट करेंगे.
नागपुर संसदीय क्षेत्र में 20 लाख वोटर हैं. गुरुवार को होने वाले मतदान के लिए चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है. यहां पर 6500 पुलिसकर्मी, स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स की 2 कंपनियां, सीआरपीएफ की दो कंपनियां के साथ ही 1500 होमगार्डों की तैनाती की गई है.
नागपुर विदर्भ क्षेत्र में आता है और यहां की कुल 9 में से 7 लोकसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. फिलहाल इन सात लोकसभा सीटों में से 4 पर बीजेपी का कब्जा है, जबिक दो सीटें शिवसेना के पास हैं. इसके अलावा गोंदिया-भंडार लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में एनसीपी को जीत मिली थी.
नागपुर लोकसभा सीट नितिन गडकरी की वजह से सुर्खियों में है. कांग्रेस की परंपरागत सीट मानी जाने वाली नागपुर को नितिन गडकरी ने चार बार के कांग्रेस सांसद विलास मुत्तेमवार को हराकर अपने नाम की थी. इस बार गडकरी का मुकाबला बीजेपी छोड़कर आए नाना पटोले से हैं. खास बात यह है कि नाना पटोले को नितिन गडकरी ही बीजेपी में लेकर आए थे और उन्होंने गोंदिया-भंडारा लोकसभा से एनसीपी के कद्दावर नेता प्रफुल्ल पटेल को साल 2014 में हराया था. अब पटोले नितिन गडकरी के खिलाफ ही ताल ठोक रहे हैं. आरएसएस का मुख्यालय होने के बाद भी इस सीट पर बीजेपी अब तक सिर्फ दो बार ही जीत दर्ज कर पाई है.
इसके अलावा नागपुर संसदीय क्षेत्र में आने वाली सभी 6 विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी यहीं की साउथ वेस्ट विधानसभा से विधायक हैं. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपने संसदीय क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों के नाम पर वोट मांग रहे हैं, जबकि कांग्रेस नोटबंदी, किसानों की आत्महत्या और जीएसटी को मुद्दा बनाकर चुनाव मैदान में उतरी हुई है.
अशोक सिंघल