लोकसभा चुनाव 2019 के तहत तेलंगाना की मेदक लोकसभा सीट पर तेलंगाना राष्ट्र समिति(टीआरएस) ने जीत दर्ज की है. टीआरएस के प्रत्याशी कोथा प्रभाकर रेड्डी 316427 वोटों के अंतर से अपने नजदीकी प्रतिद्वंदी को शिकस्त देने में कामयाब रहे.
इस सीट से तेलंगाना राष्ट्र समिति(टीआरएस) के कोथा प्रभाकर रेड्डी को 596048 वोट मिले. वहीं कांग्रेस के अनिल कुमार को 279621 वोट मिले. इस लोकसभा सीट पर पहले चरण में वोटिंग हुई थी और 71.72 फीसदी मतदान हुआ था.
2014 का जनादेश
पिछले आम चुनाव में यहां से टीआरएस के के. चंद्रशेखर राव चुनाव जीते थे. बाद में उन्होंने यह सीट छोड़ दी थी. इसके बाद यहां पर हुए उपचुनावों में टीआरएस के ही कोथा प्रभाकर रेड्डी को बड़ी जीत मिली थी. उन्होंने कांग्रेस की सुनीता लक्ष्मा रेड्डी वी. को 3 लाख 60 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था. प्रभाकर रेड्डी को 58.03 फीसदी यानी 5,71,800 वोट मिले थे. वहीं सुनीता लक्ष्मा को 21.36 फीसदी यानी 2,10,523 वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर बीजेपी के जग्गा रेड्डी को 1,86,334 वोट मिले थे.
इससे पहले, 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से टीआरएस के टिकट पर के. चंद्रशेखर राव खड़े हुए थे और उन्होंने बड़ी जीत हासिल की थी. उन्होंने कांग्रेस के पी. श्रवण कुमार रेड्डी को करीब 3 लाख वोटों के अंतर से जबरदस्त मात दी थी. केसीआर को 55.2 फीसदी यानी 6,57,492 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर कांग्रेस के पी. श्रवण कुमार रेड्डी को 21.87 फीसदी यानी 2,60,463 वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर रहे भाजपा उम्मीदवार सी. नरेंद्र नाथ को 1,81,804 वोट मिले थे.
सामाजिक तानाबाना
2011 की जनगणना के मुताबिक मेदक की 71 फीसदी आबादी ग्रामीण है और करीब 29 फीसदी आबादी शहरी इलाकों में रहती है. यहां अनुसूचित जाति की आबादी कुल आबादी की 16.55 फीसदी और अनुसूचित जनजाति की आबादी कुल आबादी की 4.44 फीसदी है. मेदक जिले में 1000 पुरुषों पर 1074 महिलाएं हैं. मेदक लोकसभा सीट में सात विधानसभा सीटें- मेदक, सिद्दीपेट, नरसापुर, पाटनचेरू, डुब्बक, गजवेल और संगारेड्डी हैं. यहां पर 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में छह सीटों पर टीआरएस को जीत मिली है तो एक सीट पर कांग्रेस का विधायक है.
मेदक लोकसभा सीट में 7,75,903 पुरुष और 7,60,812 महिला यानी कुल 15,36,715 मतदाता हैं. इनमें से 2014 के लोकसभा चुनावों में 77.51 फीसदी मतदाताओं ने वोट दिया था. यहां पर महिला और पुरुष मतदाताओं ने लगभग बराबर संख्या (75 फीसदी से ज्यादा) में मतदान किया था.
सीट का इतिहास
मेदक लोकसभा सीट 1957 में अपने अस्तित्व से ही कांग्रेस का मजबूत गढ़ रही है. बीच-बीच में यहां से तेलंगाना प्रजा समिति, भारतीय जनता पार्टी और तेलुगू देशम पार्टी भी अपनी जीत का परचम लहराती रही हैं. टीआरएस का गठन होने के बाद यहां तीन आम चुनाव और एक बार उपचुनाव हुए हैं जिसमें से चारों बार टीआरएस को ही जीत मिली है. यहां से जीतने वालों में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और अभिनेत्री और निर्माता विजयशांति श्रीनिवास भी शामिल हैं. कांग्रेस से एम. बागा रेड्डी यहां से सबसे ज्यादा चार बार सांसद रहे हैं. यही नहीं, 1980 के आम चुनावों में इंदिरा गांधी मेदक से सांसद रह चुकी हैं. जब 1984 में उनकी हत्या हुई तो वह यहीं से सांसद थीं.
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राहुल झारिया