कर्नाटक की चित्रदुर्ग लोकसभा सीट राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित है और राजधानी बेंगलुरु से करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर है. इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है और फिलहाल यहां से कांग्रेस के ही बी. एन. चंद्रप्पा सांसद हैं. इस क्षेत्र का ऐतिहासिक महत्व भी काफी रहा है और किसी जमाने में यह शहर चित्तलदुर्ग के नाम से जाना जाता था. यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
चित्रदुर्ग लोकसभा सीट पहले मैसूर स्टेट में आती थी और तब इसे चित्तलदुर्ग के नाम से जाना जाता था. साल 1977 से यह सीट कर्नाटक राज्य के अंतर्गत आ गई. यहां अब कुल 16 लोकसभा चुनाव चुनाव हुए हैं जिनमें 11 बार कांग्रेस को जीत मिली है. इसके अलावा पूर्व के चुनाव में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी, स्वतंत्र पार्टी, जनता दल और जेडीयू के उम्मीदवारों ने भी यहां जीत दर्ज की है. पहली और सिर्फ एक बार 2009 में इस सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार को जीत मिली थी. लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में यह सीट फिर से कांग्रेस के खाते में चली गई थी.
सामाजिक तानाबाना
इस लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 21.72 लाख की आबादी आती है जिनमें 80 फीसदी जनता ग्रामीण और 20 फीसद लोग शहरी क्षेत्र से आते हैं. जातिगत आधार पर आबादी की बात करें तो इस सीट पर अनुसचित जाती की आबादी कुल का 24 फीसदी और अनुसूचित जनजाति 17 फीसदी है. इस लोकसभा सीट पर करीब 16.61 लाख मतदाता हैं, जिनमें 8.44 पुरुष लाख मतदाता और 8.16 लाख महिला मतदाता शामिल हैं. इसके अलावा इस लोकसभा सीट के अंतर्गत 8 विधानसभा सीटें भी आती हैं.
2014 का जनादेश
पिछले लोकसभा चुनाव में चित्रदुर्ग लोकसभा सीट से कांग्रेस के बी.एन. चंद्रप्पा ने बीजेपी के जनार्दन स्वामी को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराया था. इस चुनाव में कांग्रेस को 4,67,511 वोट मिले थे जबकि बीजेपी उम्मीदवार को 3,66,220 वोट मिले थे. पिछले चुनाव में क्षेत्र के करीब 11 लाख लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया और वोटिंग फीसद 66 के करीब रहा. जेडीएस ने इस चुनाव में 18.4 फीसदी वोट हासिल किए और वह तीसरे स्थान की पार्टी रही. वहीं पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी को भी यहां 1.3 फीसदी वोट मिले थे.
सांसद का रिपोर्ट कार्ड
चित्रदुर्ग से सांसद बी. एन. चंद्रप्पा (63) का संसद में चंद्रप्पा का प्रदर्शन शानदार रहा है और वह लोकसभा की कुल 331 बैठकों में से 288 में मौजूद रहा, मतलब सदन में उनकी उपस्थिति 87 फीसदी रही. इसके अलावा उन्होंने लोकसभा की 56 चर्चाओं/बहस में हिस्सा लिया और 337 प्रश्न भी पूछे. उन्होंने अपनी सांसद निधि 25 करोड़ रुपये की करीब 17 फीसदी राशि ही अब तक खर्च की है.
पिछले लोकसभा चुनाव में दिए हलफनामे के मुताबिक सांसद के पास करीब 4 करोड़ की संपत्ति है और उनके खिलाफ कोई क्रिमिनल केस दर्ज नहीं है. इसके अलावा उन्होंने समाजशास्त्र से मास्टर डिग्री हासिल की है.
अनुग्रह मिश्र