बीते दिनों सिवान के बड़हरिया विधानसभा में पूर्व आरजेडी सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा चुनाव प्रचार करते नजर आए. ओसामा के चुनाव प्रचार में कूदने के बाद बड़हरिया विधानसभा क्षेत्र में अलग-अलग तरह की चर्चा शुरू हो गई है. दरअसल, पहले ऐसा माना जा रहा था कि ओसामा सिर्फ सिवान के रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करेंगे लेकिन हालात कुछ ऐसे बने हैं कि उन्हें बड़हरिया में भी मोर्चा संभालना पड़ा है.
असल में बड़हरिया विधानसभा से राजद ने बच्चा पांडे को उम्मीदवार बनाया है. बच्चा पांडे ने 2015 विधानसभा चुनाव में एलजेपी से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें जेडीयू के श्याम बहादुर सिंह से शिकस्त मिली. हाल ही में चुनाव तारीखों के ऐलान से ठीक पहले बच्चा पांडे ने आरजेडी ज्वॉइन की थी और उन्हें पार्टी ने टिकट भी दे दिया है. राजद के इस फैसले से बड़हरिया के स्थानीय कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है.
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यही वजह है कि आरजेडी के पुराने नेता डॉक्टर अशरफ अली निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए हैं. डॉक्टर अशरफ अली के चुनाव में आने से बड़हरिया में राजद के मुस्लिम वोटर के छिटकने की आशंका है. इसी डर से बड़हरिया विधानसभा में राजद ने शहाबुद्दीन परिवार को प्रचार के लिए उतारा है.
कौन हैं अशरफ अली?
अशरफ अली पेशे से डॉक्टर हैं और लंबे समय से बड़हरिया में प्रैक्टिस कर रहे हैं. विधानसभा क्षेत्र में मुफ्त इलाज और गरीब अस्पताल चलाने की वजह से चर्चित रहते हैं. अशरफ अली बड़हरिया विधानसभा क्षेत्र में आरजेडी के लोकप्रिय और सीनियर नेता माने जाते हैं. स्थानीय स्तर पर ये चर्चा थी कि आरजेडी इस बार डॉक्टर अशरफ अली को टिकट दे सकती है. हालांकि, आरजेडी ने बच्चा पांडे को अपना उम्मीदवार बनाया है. आपको बता दें कि बच्चा पांडे के भाई टुन्ना पांडे बीजेपी समर्थित एमएलसी हैं.
जेडीयू के उम्मीदवार श्याम बहादुर सिंह
बड़हरिया विधानसभा में जेडीयू ने श्याम बहादुर सिंह को उम्मीदवार बनाया है. श्याम बहादुर सिंह वही विधायक हैं, जिनके डांस की चर्चा नेशनल मीडिया में भी होती रहती है. श्याम बहादुर सिंह लगातार दो बार से बड़हरिया से विधायक हैं. इससे पहले वह जीरादेई विधानसभा से भी विधायक चुने गए थे.
दीपक कुमार