बीजेपी उम्मीदवार अरुण कुमार सिन्हा, कुम्हरार विधानसभा सीट से जीत गए हैं. उन्हें 54 प्रतिशत वोट मिले हैं. वहीं आरजेडी प्रत्याशी धर्मेंद्र कुमार लगभग 37 प्रतिशत वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे हैं. बिहार की कुम्हरार विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को वोट डाले गए थे, यहां कुल 35.69 फीसदी मतदान हुआ.
बिहार की राजधानी पटना की सात विधानसभाओं में से एक कुम्हरार विधानसभा पर भारतीय जनता पार्टी का दबदबा है. पिछले दो चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी ने ही यहां से बाजी मारी थी. परिसीमन से पहले यहां उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी इस सीट का नेतृत्व किया करते थे.
कौन-कौन मैदान में?
भाजपा – अरुण कुमार सिन्हा
राजद – धर्मेंद्र कुमार
बसपा – प्रभुनाथ कुमार आजाद
एनसीपी – सुमित रंजन सिन्हा
कुम्हरार विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास?
ये विधानसभा सीट परिसीमन के बाद ही बनी है, ऐसे में अभी यहां पर दो ही बार विधानसभा चुनाव हुए हैं. पहले ये सीट पटना मध्य विधानसभा हुआ करता था. 2010 और 2015 विधानसभा में यहां भारतीय जनता पार्टी के अरुण कुमार सिन्हा ने बाजी मारी. बीजेपी ने एक बार कांग्रेस तो एक बार एलजेपी को यहां मात दी है.
क्या कहता है सामाजिक तानाबाना?
करीब चार लाख वोटरों वाली कुम्हरार विधानसभा सीट पर कायस्थ समाज का दबदबा है. यहां करीब एक लाख कायस्थ वोटर हैं, ऐसे में हर राजनीतिक दल की नजर उनपर ही रहती है. कायस्थ के अलावा भूमिहार और अतिपिछड़ा वोटरों की भी अच्छी खासी संख्या है. यहां कुल वोटरों की संख्या चार लाख से अधिक है, जबकि इनमें 54 फीसदी पुरुष और 45 फीसदी से अधिक महिलाएं हैं.
2015 में क्या रहा था नतीजा?
पिछले विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बहुत अच्छा मतदान नहीं हुआ था और सिर्फ 38 फीसदी वोट डल पाए थे. हालांकि, भारतीय जनता पार्टी के अरुण कुमार सिन्हा को 56 फीसदी वोट यानी 86 हजार से अधिक वोट मिले थे. उनके बाद दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के आकिल हैद को करीब 50 हजार ही वोट मिल पाए थे.
aajtak.in