बिहार में बाजपट्टी विधानसभा सीट पर जबरदस्त टक्कर देखने को मिली. आखिरकार आरजेडी उम्मीदवार मुकेश कुमार यादव ने कड़े मुकाबले में जेडीयू उम्मीदवार डॉ. रंजू गीता को हरा दिया. आरजेडी उम्मीदवार मुकेश कुमार को लगभग 41 प्रतिशत वोट मिले हैं. जबकि जेडीयू उम्मीदवार डॉ. रंजू गीता को 39 प्रतिशत. यानी की महज दो प्रतिशत के अंतर से जेडीयू चुनाव हार गई.
बाजपट्टी विधानसभा सितामढ़ी जिले का हिस्सा है. बिहार की 243 विधानसभाओं में से एक बाजपट्टी सीट से जनता दल यूनाइटेड की डॉक्टर रंजू गीता मौजूदा विधायक थीं.
पहली बार इस विधानसभा सीट पर चुनाव 2010 में हुआ था. जेडीयू प्रत्याशी रंजू गीता को ही इस सीट से कामयाबी हासिल हुई थी. वे दो बार से इस विधानसभा से विधायक चुनी जा रही थीं. यह सीट नीतीश कुमार के दबदबे वाली मानी जा रही थी.
2015 का चुनाव
2015 के चुनाव में बाजपट्टी विधानसभा से डॉक्टर रंजू गीता ने जीत का परचम लहराया था. उन्होंने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की प्रत्याशी रेखा कुमारी को पटखनी दी थी. जहां आरजेडी को 67,194 मत हासिल हुए, वहीं आरएलएसपी को 50,248 वोट हासिल हुए थे.
2015 के चुनाव में रंजू गीता को 67,194, आरएलएसपी की रेखा कुमारी को 50,248 वोट, निर्रदलीय प्रत्याशी रविंद्र कुमार शाही को 8,033 और विजय कुमार झा को 41,190 मत हासिल हुए थे. इस विधानसभा में कुल 2,84,002 वोटर्स हैं. इस साल 54.64 फीसदी वोट पड़े थे.
सीट का इतिहास
यह सीट जब अस्तित्व में आई तब से ही जेडीयू के लिए यहां जमीन तैयार हो रही थी. जब 2010 में विधानसभा चुनाव हुए तो रंजू गीता को बतौर प्रत्याशी जेडीयू ने टिकट दिया. दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनता दल(आरजेडी) के चर्चित नेता अनवरुल हक मैदान में थे. लेकिन लोगों ने लालू यादव की जगह नीतीश कुमार के साथ चलना ज्यादा पसंद किया. नतीजा ये रहा कि जहां जेडीयू को 44,726 मत हासिल हुए, वहीं दूसरी तरफ आरजेडी को 41,306 वोट हासिल हुए.
देखें: आजतक LIVE TV
55.72% लोगों ने किया वोट
तीसरे चरण में 15 जिलों की 78 सीटों पर चुनाव हुए. बाजपट्टी में भी तीसरे चरण में ही चुनाव संपन्न हुए. बाजपट्टी विधानसभा में कुल 55.72% फीसदी लोगों ने वोट किया है.
aajtak.in