दिल्ली: सरकारी स्कूल में बेहतर रहा 10वीं का रिजल्ट, सामने आई वजह

इस साल दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कक्षा 10वीं का बेहतर रिजल्ट रहा. जानिए वो क्या वजह रही कि छात्रों ने बोर्ड परीक्षा में हासिल किए इतने अच्छे नंबर. यहां पढ़ें एनालिसिस रिपोर्ट.

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प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 2:56 PM IST

बोर्ड परीक्षा में इस साल दिल्ली सरकार के स्कूलों का प्रदर्शन अच्छा रहा. ऐसे में परीक्षा के रिजल्ट को लेकर एक एनालिसिस किया गया है. जिसमें पता चलता है कि गणित विषय पास करने वाले बच्चों की संख्या में लगभग 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जिस कारण सरकारी स्कूलों की दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के पास प्रतिशत में उछाल आया है. ये बढ़ोतरी गणित विषय में बेहतर प्रदर्शन करने से आई है.

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दसवीं कक्षा का पास प्रतिशत दिल्ली सरकार के स्कूलों के लिए एक समस्या रही है, लेकिन इस साल 10वीं का रिजल्ट बेहतर है. पिछले साल पास प्रतिशत 71.58% था, वहीं इस साल पास प्रतिशत 82.61% तक रहा.

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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट अनुसार पास प्रतिशत में उछाल की सबसे अधिक संभावना थी, क्योंकि सीबीएसई ने 'new basic mathematics' का ऑप्शन छात्रों को दिया था. जिसे सरकारी स्कूलों के अधिकतर छात्र-छात्राओं द्वारा चुना गया था.

सरकार के शिक्षा विभाग ने अब इसके परिणामों का एक विस्तृत विश्लेषण जारी किया है, जो पुष्टि करता है. पिछले साल, गणित के पेपर में 1,66,129 छात्र उपस्थित हुए थे, जिसमें 1,22,404 यानी 73.68% छात्र पास हुए थे. इस साल, अधिकांश 1,11,298 छात्रों ने 'new basic mathematics' का ऑप्शन चुना था, इससे पहले 42,612 छात्रों ने स्टैंडर्ड मैथ्स का ऑप्शन चुना था.

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अधिकांश छात्र जिन्होंने स्टैंडर्ड गणित का ऑप्शन चुना था, वे बच्चे इस विषय में सहज हैं और 96.49% छात्रों ने परीक्षा पास की है. जो बच्चे विषय के साथ सहज नहीं हैं उनका पास प्रतिशत 85.28 रहा.

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गवर्नमेंट बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल नंबर 3, सेक्टर IV अंबेडकर नगर को पिछले साल मैथ्स में 105 में से 51 लड़कों के पास आने के बाद 'कम प्रदर्शन' की लिस्ट में शामिल किया गया था. इस साल, स्कूल के केवल 13 लड़कों ने स्टैंडर्ड गणित का ऑप्शन चुना और वे सभी विषयों में पास हुए. 102 लड़कों ने बेसिक मैथ्स चुना और 100 पास हुए.

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