लगभग 2 साल के लंबे इंतजार के बाद दिल्ली के वसंत वैली स्कूल में 14वीं हिंदी वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें दिल्ली ही नहीं बल्कि अलग अलग राज्यों से आए स्कूलों के बच्चों ने भी हिस्सा लिया. इस प्रतियोगिता में हर स्कूल से 3 बच्चे शामिल हुए. इस वाद-विवाद प्रतियोगिता में बिल्ली द्वारा समाज के बीच कोयल की हत्या करने के मुद्दे पर बच्चों ने अपने तर्क रखे, जो काफी सराहनीय थे. इस प्रतियोगिता में वसंत वैली स्कूल ने हर बार की तरह इस बार भी बाजी मारी है. वसंत वैली स्कूल के बच्चों ने ग्वालियर की सिंधिया स्कूल के बच्चों को इस मुद्दे पर जमकर घेरा था.
हर साल होती है ये प्रतियोगिता
हर साल दिल्ली के वंसत वैली स्कूल में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, जिसमें कई स्कूली बच्चे हिस्सा लेते हैं. साल 2022 में वसंत वैली स्कूल के जिन छात्रों ने यह खिताब जीता था वह बच्चे इस साल प्रतियोगिता में जज बने थे.
कई दिन से चल रही है प्रतियोगिता
अगस्त से शुरू हुई इस प्रतियोगिता में कई अलग-अलग मुद्दों पर वाद-विवाद देखने को मिला. बच्चों ने बताया कि इस प्रतियोगिता में उनके टीचर्स का बहुत बड़ा सहयोग रहता है. उनके टीचर दिन रात उनके साथ मेहनत करते हैं. विनर टीम सेकंड रनर अप टीम ग्वालियर के सिंधिया स्कूल की भी सराहना की गई. इस प्रोग्राम में उन्होंने भी जमकर मुद्दे पर चर्चा की और अपने विचार रखें थे. इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रेखा पुरी ने भी इस वाद-विवाद प्रतियोगिता की सराहना की ओर कहा कि बच्चों ने बहुत ही बेहतर तरीके से मुद्दों पर अपना तर्क रखा है, जिसे देखकर काफी अच्छा लगा.
पत्रकारों ने की वाद-विवाद प्रतियोगिता की सराहना
इस बात विवाद प्रतियोगिता में बच्चों ने जिस तरीके से अपने तर्क रखे उस पर देश के जाने-माने पत्रकार और एंकर सुधीर चौधरी ने भी बच्चों की खूब सराहना की. उन्होंने कहा कि बच्चे जिन्होंने इस प्रतियोगिता में भाग लिया वो बहुत सरहनीय हैं. विचारधारा आप तभी बना सकते हैं जब आप दूसरे के विचार को सुन सकें. यह हमने देखा कि बच्चों का विचार भी अच्छा था और भाषा भी. प्रतियोगिता में मुद्दे पर चर्चा की गई वो मुद्दा भी अच्छा था. सुधीर चौधरी ने कहा कि समाज में हत्या करने वाला दोषी नहीं होता बल्कि उस हत्या को मूक दर्शक बनकर देखने वाला भी दोषी होता है.
सुधीर चौधरी ने बच्चों की तारीफ करते हुए कहा कि बच्चों की हिंदी और उसकी शब्दावली बहुत ही बेहतर है. आपका शब्दकोश आपको आगे लेकर जा सकता है. इसके लिए आपको और ज्यादा पढ़ना होगा जो आपको आगे लेकर जाएगा. वसंत वैली स्कूल के छात्रों ने बताया कि किस तरीके से उन्होंने इस पूरी प्रतियोगिता के लिए मेहनत की है. टीचर्स और माता-पिता का पूरा सहयोग उनके काम आया. देश के ज्वलंत मुद्दों पर हिंदी में चर्चा करना बहुत ही कठिन काम है.
आजतक से बातचीत में बताया गया कि बच्चों ने जो मुद्दा उठाया है वह वाकई काबिले तारीफ था और सरकारों को भी बच्चों द्वारा उठाए गए इन मुद्दों और इन तर्कों पर विचार करना चाहिए. इस तरह की चर्चाओं से बच्चों की सोच और काबिलियत का भी पता चलता है.
सुशांत मेहरा