जून 2023 में आयोजित हुई ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी और समाज कल्याण पर्यवेक्षक के लिए परीक्षा का परिणाम अगस्त में जारी कर दिया जाएगा. UPSSSC के चेयरमेन ओएन सिंह ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अभ्यर्थियों को न्याय मिलेगा. बता दें कि इस परीक्षा को सबसे पहले साल 2018 में आयोजित किया गया था, लेकिन विसंगतियों के कारण इसे निरस्त कर दिया गया था. इसके बाद जून 2023 में पुन: परीक्षा आयोजित कराई गई थी.
अगस्त में आएगा रिजल्ट
UPSSSC के चेयरमैन ओएन सिंह ने कहा कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हो चुका है. आखिरी रिजल्ट बन रहा है और अगस्त तक हम इसका रिजल्ट निकाल देंगे. बच्चों को फिर आश्वस्त करते हैं कि परीक्षा के बारे में शिकायत मिली थी. आयोग ने जांच करके निर्णय लिया और निरस्त कर आपको न्याय देने का पूरा प्रयास किया. उन्होंने आगे कहा कि जो परीक्षा आपने दी है, उसके आधार पर आपका रिजल्ट अगस्त में जरूर आएगा. जो लोग सक्षम पाए जाएंगे उनको उसी के साथ नियुक्ति पत्र भी दिया जाएगा.
ओएन सिंह ने आगे कहा कि बच्चों का कोई कसूर नहीं है. इसमें कसूर किसका है, किसका नहीं है यह एसआईटी जांच कर रही थी. जो परीक्षा करने वाली संस्था थी टीसीएस वह ब्लैक लिस्ट भी हुई, जुर्माना भी लगा. हाईकोर्ट मामला गया हुआ है. यह एक अलग पक्ष है लेकिन बच्चों के साथ न्याय होगा और अगस्त आखिरी तक रिजल्ट आ जाएगा.
ये था पूरा मामला
उत्तर प्रदेश सब ऑर्डिनेट सर्विस सेलेक्शन कमीशन (उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, UPSSSC) द्वारा आयोजित की गई ग्राम पंचायत अधिकारी सहित 1953 पदों की भर्ती परीक्षा को धांधली के कारण रद्द कर दिया गया था. उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने साल 2018 में ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी और समाज कल्याण पर्यवेक्षक के 1953 पदों पर भर्ती निकाली थी. जिसके बाद इसके लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था, जिसका डेढ़ वर्ष पहले रिजल्ट भी जारी हो चुका था.
जून 2023 में दोबारा हुआ था एग्जाम
इसके बाद परीक्षा को लेकर विभागीय जांच हुई फिर समिति की जांच हुई. इसके बाद परीक्षा को निरस्त करने का फैसला लिया गया. निरस्त होने के बाद इन बच्चों से बिना फीस लिए दोबारा परीक्षा करानी थी. इस मामले को लेकर उच्चतम स्तर तक कई बार बैठकें हुईं और आखिरकार निर्णय हुआ की शासन बजट देगा और परीक्षा होगी. इसके बाद यह परीक्षा जून 2023 में दोबारा आयोजित हुई थी.
समर्थ श्रीवास्तव