मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में पिठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमत कथा में 100 से ज्यादा शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई जबकि 10 शिक्षकों को रिजर्व में भी रखा गया था. इसके लिए राजगढ़ के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी करण सिंह भिलाला ने बाकायदा आदेश जारी किया था. जिन 100 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी, उन्हें 20 सेक्टरों में तैनात किया गया था.
बता दें कि पहली बार ऐसा हुआ है कि प्रशासन की ओर से किसी प्राइवेट कार्यक्रम में शिक्षकों की ड्यूटी किसी निजी कार्य को संपन्न कराने के लिए लगाई गई हो. जब कलेक्टर से इस मामले में बात करने की कोशिश की गई तो कलेक्टर इस मामले से नजर चुराते नजर आए और कुछ भी कहने या कैमरे से दूरी बना ली. बवाल बढ़ता देख आनन-फानन में कलेक्टर ने इस आदेश को कैंसिल कर दिया है.
इस पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी करण सिंह भिलाला ने बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग के लिए 110 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी. इनकी ड्यूटी आज हटा भी दी गई है. किसी प्राइवेट कार्यक्रम के लिए सरकारी शिक्षकों की ड्यूटी लगाने का यह पहला मामले सामने आया था जिसपर सवाल उठने के बाद यह फैसला वापिस ले लिया गया है.
पंकज शर्मा