BPSC TRE शिक्षक अभ्यर्थियों ने बुधवार को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के बाहर जमकर हंगामा किया. अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती में अनियमितताओं का आरोप लगा रहे हैं. शिक्षक उम्मीदवारों का कहना है कि आयोग ने मेधावी उम्मीदवारों के साथ अन्याय किया है, जिसका वे विरोध कर रहे हैं.
छात्रों ने शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई) के नतीजों को लेकर अलग-अलग दावे किए है. उनकी ओर से दावा किया गया है कि कक्षा IX और X व कक्षा XI और XII के लिए दो अलग-अलग श्रेणियों में 1,000 से अधिक उम्मीदवारों ने एक साथ अर्हता प्राप्त की.
विशेष रूप से, जब शिक्षक भर्ती की बात आई तो बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने भी ट्विटर पर जमकर हंगामा किया. उन्होंने लिखा, लैंड फॉर जॉ घोटाले के बाद बिहार में मनी फॉर जॉब घोटाला सामने आया है.
शिक्षक अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद से मुलाकात कर अपने दावों और मांगों का उल्लेख करते हुए एक ज्ञापन सौंपा, जिसके बाद बीपीएससी प्रमुख ने अभ्यर्थियों को आश्वासन देने के लिए ट्विटर का सहारा लिया.
छात्र नेता दिलीप ने बीपीएससी अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मीडिया को बताया कि प्रतिनिधिमंडल को परीक्षा परिणाम से संबंधित उचित आश्वासन दिया गया.
दो अलग-अलग पोस्ट में, अतुल प्रसाद ने लिखा:
“जब हम टीआरई जैसी बड़ी संख्याओं से निपट रहे हैं, तो अयोग्य लोगों को बाहर निकालने के लिए मल्टी लेयर फ़िल्टरिंग की आवश्यकता होती है. यही हो रहा है और इसीलिए सभी परिणाम सशर्त हैं. इस फ़िल्टरिंग से उत्पन्न होने वाली कोई भी रिक्ति एक या अधिक पूरक परिणामों से भरी जाएगी. बहुत जल्द हम सभी टीआरई पेपरों में कट ऑफ अंक घोषित करेंगे.
आदित्य वैभव